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सहारनपुर: एक ऐसा पेड़, जिस पर लगते हैं 121 प्रजातियों के आम

उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के कंपनी बाग में लगे आम के एक 15 साल पुराने पेड़ पर आम की 121 नस्लों की पैदावार हुई है. बीते पांच से छह साल से इस आम के पेड़ पर रिचर्स चल रही थी. आम की खूबियां देखकर लोग हैरत में हैं.

एक ही पेड़ पर उग रहे अलग-अलग किस्म के आम. एक ही पेड़ पर उग रहे अलग-अलग किस्म के आम.
अनिल भारद्वाज
  • सहारनपुर,
  • 29 जून 2021,
  • अपडेटेड 11:16 PM IST
  • आम के एक ही पेड़ पर 121 किस्म के आम
  • सहारनपुर के कंपनी बाग में लगा है पेड़
  • 6 साल से चल रही थी आम के पेड़ पर रिसर्च

आम के एक ही पेड़ पर 121 किस्म के फल लगने की बात कहें तो आपको भरोसा नहीं होगा लेकिन यह 100 फीसदी सच है. सहारनपुर के कंपनी गार्डन में आम के एक 15 साल पुराने पेड़ पर 121 किस्म के फल की पैदावार होती है. करीब पांच साल पहले कंपनी बाग में यह अनोखा प्रयोग किया गया था, जिसका मकसद आम की नई-नई किस्म पर शोध करना था. साथ ही आम के शौकीनों को एक ही जगह पर कई आम की कई किस्मों का स्वाद देना भी था जो कि आज सफल हो गया है.

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आम उत्पादन के मामले में पश्चिमी यूपी के सहारनपुर का नाम अग्रणी है. जिले की फल पट्टी में आम की बागवानी जमकर की जाती है. यही वजह है कि सहानपुर में आम की नई-नई किस्मों पर शोध भी हुए हैं. करीब पांच साल पहले सहारनपुर के कंपनी बाग में आम के पेड़ पर अनोखा प्रयोग किया गया था.

औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र के तत्कालीन संयुक्त निदेशक राजेश प्रसाद ने आम के एक ही पेड़ पर 121 किस्म के आम की कलम(ब्रांच) लगाई थी. यही वजह है कि आम के एक ही पेड़ पर 121 तरह के आम लगने शुरू हुए हैं. शोध के लिए जिस पेड़ को चुना गया था, उसकी उम्र उस वक्त करीब 10 साल की थी. 

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कैसे लगाई थीं आम की कलमें?

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आम के देसी पेड़ की शाखाओं पर अलग-अलग किस्मों के आमों की कलमें लगाई गईं थीं. पेड़ की देखरेख के लिए अलग से नर्सरी इंचार्ज की नियुक्ति की गई थी. अब इस पेड़ पर अलग-अलग तरह की प्रजाति के दशहरी, लंगड़ा, चौंसा, रामकेला, आम्रपाली, सहारनपुर अरुण, सहारनपुर वरुण, सहारनपुर सौरभ, सहारनपुर गौरव, सहारनपुर राजीव जैसे आम लगते हैं.
 

एक पेड़ पर आम की 121 किस्में.



वहीं लखनऊ सफेदा, टॉमी ऐट किंग्स, पूसा सूर्या, सैंसेशन, रटौल, कलमी मालदह आम, बांबे, स्मिथ, मैंगीफेरा जालोनिया, गोला बुलंदशहर, लरन्कू, एलआर स्पेशल, आलमपुर बेनिशा, असौजिया देवबंद समेत 121 किस्म के आम इस पेड़ पर लग रहे हैं.

नई प्रजातियों पर भी चल रहा है शोध कार्य

औद्यानिक प्रयोग एवं प्रशिक्षण केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि आम के पेड़ पर शोध कार्य किए गए हैं, जिस पर अलग-अलग किस्म के आम की ब्रांच लगाई गई थी. अब पेड़ पर अलग-अलग किस्म के आम लगते हैं. 

अन्य पेड़ों पर भी जारी है प्रयोग.


अब नई प्रजातियों पर भी शोध कार्य चल रहे हैं, जिससे बेहतर किस्म के आम की पैदावार की जा सके. अधिकारियों का कहना है कि जो लोग आम के शौकीन हैं, वो अपने किचन गार्डन या अपने निजी फार्म हाउस पर भी इसी तरह का प्रयोग करके आम की कई किस्मो का आनंद ले सकते हैं.
 

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