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UP: सिद्धार्थनगर में अलग-अलग वैक्सीन की डोज, क्या बोले टीका लगवाने वाले ग्रामीण

अवदही कलां गांव के 20 लोगों को 1 अप्रैल को कोविशील्ड की वैक्सीन लगाई गई. लेकिन बाद में वैक्सीनेशन सेंटर पर आशा कार्यकर्ताओं से बड़ी चूक हो गई और 14 मई को दूसरी डोज कोवैक्सीन की दे दी गई.

सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई) सांकेतिक तस्वीर (पीटीआई)
कुमार अभिषेक
  • सिद्धार्थनगर,
  • 27 मई 2021,
  • अपडेटेड 6:59 PM IST
  • सिद्धार्थनगर में 20 लोगों को अलग-अलग वैक्सीन की डोज दी गई
  • CMO ने वैक्सीनेशन में चूक स्वीकारा, जांच के आदेश दिए गए
  • अगर दूसरी वैक्सीन लग भी जाए तो कोई दिक्कत नहींः डॉक्टर पॉल

कोरोना संकट से निजात पाने के लिए देशभर में टीकाकरण अभियान चल रहा है, लेकिन इस बीच उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले में 20 लोगों को अलग-अलग वैक्सीन की दो डोज दे दी गई, जिससे स्थानीय लोग बेहद परेशान रहे. हालांकि नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉक्टर वीके पॉल ने आज गुरुवार को साफ कर दिया कि इसमें चिंता वाली कोई बात नहीं है. आइए, जानते हैं कि वैक्सीन की गड़बड़ डोज लेने वाले ग्रामीणों की इस दौरान स्थिति कैसी रही और उन्होंने क्या महसूस किया.

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सिद्धार्थनगर जिले के अवदही कलां गांव के 20 लोगों (महिला-पुरुष दोनों) को अलग-अलग वैक्सीन की डोज दी गई. फिलहाल ये लोग अभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं. इन लोगों को 14 मई को वैक्सीन की दूसरी डोज दी गई थी, तब से ये लोग संशय की स्थिति में थे और गांव वाले भी इनको लेकर खासे परेशान रहे.

आशा कार्यकर्ताओं से बड़ी चूक

अवदही कलां गांव के इन लोगों को 1 अप्रैल को कोविशील्ड की वैक्सीन लगाई गई. वैक्सीनेशन सेंटर पर आशा कार्यकर्ताओं से बड़ी चूक हो गई और 14 मई को दूसरी डोज कोवैक्सीन की दे दी गई. आशा कार्यकर्ताओं ने पहली डोज का सर्टिफिकेट देखे बिना ही वैक्सीन की दूसरी डोज दे दी.

सिद्धार्थनगर के सीएमओ ने वैक्सीनेशन में चूक स्वीकार किया. 20 लोगों को अलग-अलग कंपनी की वैक्सीन दे दी गई. फिलहाल इन सभी लोगों की सेहत ठीक है और अब डॉक्टरों की निगरानी में हैं. हालांकि लापरवाही को लेकर जांच के आदेश दे दिए गए हैं.

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आजतक के साथ बातचीत करते हुए एक ग्रामीण ने बताया कि हमें डर लगा था जब पता चला कि अलग-अलग कंपनियों का टीका लग गया है. गलती कहां से हुए इस सवाल के जवाब पर ग्रामीण ने कहा कि गलती स्वास्थ्यकर्मियों से हुई है. 

गलत वैक्सीन दिए जाने के बाद क्या कुछ परेशानी हुई, इस पर एक अन्य ग्रामीण ने कहा कि हमें इस बारे में दूसरे शख्स से पता चला था, लेकिन सब लोग स्वस्थ हैं और ठीक हैं. तीसरे ग्रामीण ने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद हमें कोई दिक्कत नहीं हुई.

डोज में गड़बड़ी पर क्या बोले डॉक्टर पॉल

वैक्सीन डोज देने में हुई गड़बड़ी के बाद क्या कोई पूछताछ या हालचाल लेने आया था, इस पर एक ग्रामीण ने कहा कि कोई नहीं आया था, लेकिन हमें कोई परेशानी नहीं हुई. न बुखार हुआ और न ही कुछ और. जब पहली डोज लिया था तब बुखार आया था, लेकिन दूसरी डोज में बुखार नहीं आया. क्या आप लोगों में खौफ था, इस पर एक अन्य ग्रामीण ने कहा कि हां, हमें डर था. 
 
इस बीच, नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉक्टर वीके पॉल ने आज गुरुवार को आयोजित पीसी में कहा कि हमारा प्रोटोकॉल स्पष्ट है कि दिए गए दोनों डोज एक ही वैक्सीन की हो. इस मामले के बारे में पता करना चाहिए. जांच होनी चाहिए. अगर ऐसा हुआ भी है तो यह चिंता का विषय नहीं होना चाहिए. दूसरी वैक्सीन लग भी जाए तो कोई दिक्कत नहीं है.

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