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उत्तर प्रदेश के एटा जिले में जहरीली शराब पीने से मरने वालों की तादाद बढ़कर 24 हो गई है. शनिवार तक 14 लोगों की मृत्यु की पुष्टि हुई थी. कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को ट्वीट कर इस घटना पर अफसोस जताया.
जिलाधिकारी अजय यादव ने आज यहां बताया कि जिला प्रशासन के पास जहरीली शराब पीने से अब तक 21 लोगों की मौत की सूचना आ चुकी है. दूसरी ओर, फर्रुखाबाद जिले की कायमगंज तहसील के उपजिलाधिकारी अजीत कुमार ने बताया कि उनके क्षेत्र के मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के गांव मेरापुर में भी तीन लोग अलीगंज की शराब पीने से मरे हैं.
मुख्य आरोपी गिरफ्तार
इस बीच, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजयशंकर राय ने बताया कि पुलिस ने देर रात घटना के मुख्य आरोपी श्रीपाल को नयागांव क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में अलीगंज थाने में प्रभारी मुकेश कुमार सहित कुल सात पुलिसकर्मियों को निलम्बित किया गया है. मामले की गंभीरता को देखते हुए एटा के जिला आबकारी अधिकारी, आबकारी निरीक्षक एवं आबकारी सिपाही को पहले ही निलम्बित किया जा चुका है.
सपा विधायक पर बरसे बीजेपी सांसद
अपने निर्वाचन क्षेत्र में हुई इस घटना के बाद अलीगंज पहुंचे फर्रुखाबाद से बीजेपी के सांसद मुकेश राजपूत ने आरोप लगाया है कि अलीगंज की यह घटना यहां के मौजूदा सपा विधायक रामेश्वर सिंह यादव के
शराब माफिया को संरक्षण का परिणाम है. अलीगंज पहुंचे बीजेपी के जिलाध्यक्ष दिनेश वशिष्ठ ने आरोप लगाया है कि अलीगंज कोतवाली से महज 200 मीटर दूर स्थित दुकान से लम्बे समय से अवैध रूप से बनी शराब की बिक्री खुद बताती है कि इस अवैध व्यापार में पुलिसकर्मी व सत्तारूढ दल के नेता इस कारोबार में किस हद तक संलिप्त थे.
मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख का मुआवजा
अलीगंज थाने के लुहारी दरवाजा मुहल्ले और उसके पास के लौखेड़ा गांव में शुक्रवार की रात जहरीली शराब पीने से बहुत लोग बीमार हो गये थे और उनमें से 14 की शनिवार को ही मौत हो चुकी थी. राज्य सरकार ने मृतकों के परिजन को दो-दो लाख रुपये मुआवजा देने का ऐलान किया है.