
UP पुलिस की STF विंग को गुरुवार को बड़ी सफलता मिली है. STF ने उत्तराखंड SSSC पेपर लीक के मास्टरमाइंड समेत 2 इनामी शातिरों को लखनऊ में गिरफ्तार किया है. इन पर उत्तराखंड की पुष्कर सिंह धामी सरकार ने कुल तीन लाख रुपए का इनाम घोषित किया था.
यूपी एसटीएफ के मुताबिक, पेपर लीक कराने वाले गैंग का मास्टरमाइंड सैयद सादिक मूसा था. उस पर 2 लाख का इनाम था. जबकि उसके साथी योगेश्वर राव पर एक लाख रुपए इनाम घोषित किया गया था. इन दोनों शातिरों को एसटीएफ को लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया.
दोनों को उत्तराखंड एसटीएफ को सौंपा गया
बता दें कि उत्तराखंड एसटीएफ बीते कई महीनों से इन दोनों की तलाश में थी और लगातार छापेमारी कर रही थी. लेकिन, दोनों हत्थे नहीं चढ़ पा रहे थे. गुरुवार को उत्तराखंड एसटीएफ के इनपुट पर यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के विभूति खंड इलाके में छापा मारा और दोनों इनामी को गिरफ्तार कर लिया. बाद में दोनों को उत्तराखंड एसटीएफ के हवाले कर दिया गया.
यूपी के रहने वाले बताए गए हैं दोनों आरोपी
दरअसल, उत्तराखंड में पेपरलीक को लेकर खासा बवाल मचा हुआ है. उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग यानी (UKSSSC) की परीक्षा से पहले ही पर्चा लीक हो गया था. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पेपर लीक केस को लेकर विवाद बढ़ने पर इसे लेकर खुद समीक्षा बैठक की थी और परीक्षा रद्द करने का ऐलान किया था. पेपरलीक का मास्टरमाइंड सैयद सादिक मूसा उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर का रहने वाला है, जबकि योगेश्वर राव लखनऊ का निवासी बताया जा रहा है.
आरोपियों की संपत्ति जब्त करने की तैयारी
स्नातक स्तर के पेपर लीक मामले में अब तक 33 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई है. इनमें से 21 के खिलाफ पुलिस गैंगस्टर एक्ट के तहत केस दर्ज कर चुकी है. कहा जा रहा है कि इनमें से कुछ आरोपियों के पास करोड़ों रुपये की संपत्ति का पता चला है. आरोपियों की चल-अचल संपत्ति जब्त करने की कार्रवाई भी जल्द ही शुरू की जा सकती है.