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लखनऊ: PFI से जुड़ा अहमद नदवी गिरफ्तार, चला रहा था भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की मुहिम

अहमद बेग नदवी किराये के मकान में रह रहा था. उसके मोबाइल और लैपटॉप से कई आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं. वह पीएफआई के लिए फंड इकट्ठा करने का काम कर रहा था. साथ ही 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की मुहिम चला रहा था. नदवी 2022 के विधानसभा चुनाव में कैसरगंज सीट से चुनाव भी लड़ चुका है.

यूपी एसटीएफ ने अहमद नदवी को गिरफ्तार किया यूपी एसटीएफ ने अहमद नदवी को गिरफ्तार किया
संतोष शर्मा
  • लखनऊ,
  • 23 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 11:20 PM IST

यूपी एसटीएफ ने लखनऊ के मदेगंज इलाके से अहमद बेग नदवी को गिरफ्तार किया है. नदवी सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया का सदस्य रहा है. आरोप है कि वह पीएफआई के लिए मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर यूट्यूब पर लोगों को बरगला रहा था. नदवी को यूएपीए के तहत गिरफ्तारी किया गया है.

यूपी एसटीएफ ने अहमद बेग नदवी को किराये के मकान से पकड़ा है. उसके मोबाइल और लैपटॉप से कई आपत्तिजनक वीडियो मिले हैं. आरोप है कि ओमान समेत कई खाड़ी देशों में जाकर वह पीएफआई के लिए फंड इकट्ठा करने का काम कर रहा था. साथ ही 2047 तक भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की मुहिम चला रहा था.

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अहमद बेग नदवी ने 2018 तक लखनऊ के नदवा कॉलेज में पढ़ाया है. वह श्रावस्ती का रहने वाला है. 2022 के विधानसभा चुनाव में बहराइच की कैसरगंज सीट से एसडीपीआई (सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया) के टिकट पर नदवी ने चुनाव भी लड़ा था.

ऐसे हुई थी PFI की स्थापना
गौरतलब है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की स्थापना 22 नवंबर 2006 को हुई थी. यह तीन मुस्लिम संगठनों से मिलकर बना था. जिसमें केरल का नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट, कर्नाटक फोरम फॉर डिग्निटी और तमिलनाडु का मनिता नीति पसरई शामिल था. PFI खुद को गैर-लाभकारी संगठन बताता है. शुरुआत में PFI का हेडक्वॉर्टर केरल के कोझिकोड में था, जिसे बाद में इसे दिल्ली शिफ्ट कर दिया गया था.

 

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