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आयुष एडमिशन स्कैमः आयुर्वेद विभाग के पूर्व डायरेक्टर गिरफ्तार, STF का एक्शन

यूपी के आयुष एडमिशन घोटाले में अब धरपकड़ शुरू हो गई है. यूपी एसटीएफ ने इस मामले में आयुर्वेद विभाग के पूर्व डायरेक्टर एसएन सिंह, काउंसलिंग के नोडल ऑफिसर रहे उमाकांत यादव को गिरफ्तार कर लिया है.

एसएन सिंह (फाइल फोटो) एसएन सिंह (फाइल फोटो)
संतोष शर्मा
  • लखनऊ,
  • 17 नवंबर 2022,
  • अपडेटेड 12:55 AM IST

उत्तर प्रदेश केआयुष कॉलेजों में एडमिशन में अनियमितता का मामला सामने आया था. यूपी सरकार ने 2021 में आयुष कॉलेजों में दाखिले के दौरान अनियमितता उजागर होने पर छात्रों का प्रवेश निरस्त कर दिया था. अब इस मामले में धरपकड़ भी शुरू हो गई है.

मामले की जांच कर रही स्पेशल टास्क फोर्स ने आयुष एडमिशन स्कैम में एक पूर्व अधिकारी समेत 12 लोगों को एक साथ पकड़ा है. जानकारी के मुताबिक यूपी एसटीएफ ने आयुष कॉलेजों में एडमिशन में अनियमितता के मामले में आयुर्वेद विभाग के पूर्व डायरेक्टर एसएन सिंह को गिरफ्तार कर लिया है.

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यूपी एसटीएफ ने एसएन सिंह समेत कुल 12 लोगों को पकड़ा है. यूपी एसटीएफ ने एक साथ जिन 12 लोगों को पकड़ा है, उनमें काउंसलिंग के नोडल ऑफिसर रहे उमाकांत यादव भी शामिल हैं. एसटीएफ ने आयुष एडमिशन स्कैम में आयुर्वेद विभाग के पूर्व डायरेक्टर एसएन सिंह और काउंसलिंग के नोडल ऑफिसर रहे उमाकांत यादव के साथ ही निजी कंपनी V3 solutions के कुलदीप सिंह को भी पकड़ा है.

यूपी एसटीएफ की ओर से आयुष एडमिशन स्कैम में की गई ताबड़तोड़ गिरफ्तारियों से हड़कंप मच गया है. गौरतलब है कि आयुष एडमिशन 2021 में धांधली की बात सामने आने के बाद यूपी एसटीएफ ने इसे लेकर 4 नवंबर को प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी. यूपी सरकार इस मामले की सीबीआई जांच के लिए भी सिफारिश कर चुकी है.

क्या है पूरा मामला

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साल 2021 में NEET परीक्षा के बाद होम्योपैथी, आयुर्वेदिक और यूनानी कॉलेजों में 7338 सीटों पर चयन के लिए काउंसलिंग हुई थी. इस काउंसलिंग के जरिए आयुष के तहत सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों में कुल 6797 सीटें आवंटित की गई थीं जिसमें से 891 सीटों का आवंटन संदिग्ध था. कुछ नाम तो ऐसे भी थे जिन्होंने कभी नीट की परीक्षा ही नहीं दी और फिर भी एडमिशन पाने में सफल रहे.

 

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