
यूपी में योगी के नेृतृत्व में सरकार बनने के बाद से ही भगवा रंग का जादू सिर चढ़कर बोल रहा है. योगी सरकार में दफ्तरों, बसों, बिजली के पोलों तक को भगवा रंग में रंगने की मुहिम चल रही है. अब योगी सरकार की भगवाकरण मुहिम में एक और कदम आगे बढ़ाया जा रहा है. अब सड़कों के साइनबोर्ड पर भी चढ़ेगा भगवा रंग. राज्य का लोक निर्माण विभाग (PWD) ग्रामीण सड़कों पर भगवा साइनबोर्ड लगाएगा.
प्राप्त जानकारी के अनुसार विभाग द्वारा सड़कों पर ऐसे 18 हजार से ज्यादा बोर्ड लगाए जाएंगे. साईन बोर्ड का ऊपरी हिस्सा भगवा रंग में होगा. बोर्ड के भगवा हिस्से में होंगे दो फोटोग्राफ होंगे-सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य का फोटो. फोटो के ठीक नीचे PWD का नया स्लोगन होगा. नया स्लोगन है - 'सरकार का संकल्प, सड़कों का हो कायाकल्प'. बोर्ड के निचले हिस्से में सफेद रंग होगा. निचले हिस्से में सड़क का नाम एवं अन्य जानकारी होगी. जिला संपर्क मार्ग पर होगा हरे रंग का बोर्ड लगाया जाएगा.
हाल में सीएम योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री कार्यालय (एनेक्सी) को भगवा में रंगवाया. तमाम मंत्रियों पर भी इसका जादू चल गया है. यूपी के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा गृह प्रवेश से पहले अपने नए सरकारी बंगले को भगवा रंग से रंगने में जुट गए. इस बंगले के गुम्बद को दिनेश शर्मा ने पहले केसरिया रंग में रंगवाया. अब पूरा बंगला ही केसरिया होने जा रहा है. जिस बंगले में डिप्टी सीएम शिफ्ट होने जा रहे हैं, वो पिछली समाजवादी सरकार के कार्यकाल में कद्दावर मंत्री माने जाने वाले आजम खान को आवंटित था.
भगवा सिर्फ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के बंगले तक ही सीमित नहीं है, बल्कि मंत्रियों के दफ्तरों तक भी पहुंच गया है. योगी सरकार में इकलौते मुस्लिम मंत्री मोहसिन रजा ने भी अपने दफ्तर को पूरा ही भगवा रंग से रंगवा दिया है. जब मोहसिन रजा से भगवा प्रेम के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि यह सफलता का रंग है और इसी से कामयाबी मिलती है.
यूपी के एक और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य समेत कई मंत्रियों ने अपने-अपने घरों के बाहरी हिस्से में भगवा रंग से पट्टियां बनवाईं हैं. केशव मौर्य के सरकारी बंगले के सामने जो सीमेंट के बेंच लोगों के बैठने के लिए बने हैं, उन्हें भी भगवा रंग दे दिया गया है.
इस मामले में BSP सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी योगी सरकार पर निशाना साधा था. मायावती ने कहा था कि सरकारी इमारतों और बसों का रंग बदलने को ही राजधर्म मानकर प्रदेश सरकार व्यर्थ में समय और संसाधन बर्बाद कर रही है.