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चंदौली: पंचायत अध्यक्ष के चुनाव पर घमासान, बीजेपी पर लग रहे धांधली के आरोप

उत्तर प्रदेश में पंचायत अध्यक्ष के चुनाव पर सियासी घमासान शुरू हो चुका है. सपा के पूर्व सांसद ने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है कि बीजेपी चुनाव को प्रभावित कर रही है. पार्टी पर धनबल और बाहुबल के इस्तेमाल करने के आरोप लग रहे हैं.

चंदौली में पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी-सपा के बीच घमासान. (फोटो-PTI) चंदौली में पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में बीजेपी-सपा के बीच घमासान. (फोटो-PTI)
उदय गुप्ता
  • चंदौली,
  • 25 जून 2021,
  • अपडेटेड 6:23 PM IST
  • जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव पर घमासान
  • बीजेपी पर चुनाव में धांधली के आरोप
  • धनबल और बाहुबल इस्तेमाल के गंभीर आरोप

उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव का बिगुल बज गया है लेकिन इसके साथ ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है. पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली से समाजवादी पार्टी के सांसद रह चुके रामकिशन ने सत्तारूढ़ दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है.

बीजेपी ने पूर्व सांसद के इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि समाजवादी पार्टी का यह आरोप बिल्कुल निराधार है. उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया 26 तारीख से शुरू होगी. 26 तारीख को प्रत्याशियों का नामांकन होगा और 3 जुलाई को मतदान की प्रक्रिया होगी. उसी दिन मतगणना के बाद परिणाम भी घोषित कर दिए जाएंगे. 

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सूबे के अन्य जिलों के साथ-साथ चंदौली में भी जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है. समाजवादी पार्टी ने चंदौली से सांसद रह चुके रामकिशुन के भतीजे तेज नारायण यादव को अपना प्रत्याशी बनाया है. वहीं भारतीय जनता पार्टी ने निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य का चुनाव जीतने वाले दीनानाथ शर्मा को अपना प्रत्याशी बनाया है.

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अल्पमत में बीजेपी!

चंदौली में जिला पंचायत सदस्यों की कुल संख्या 35 है, जिसमें समाजवादी पार्टी के 14, भारतीय जनता पार्टी के 8 और 8 निर्दलीय सदस्य हैं. यहां के जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में निर्दलीय सदस्यों की अहम भूमिका होने वाली है. नामांकन प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद रामकिशुन ने भारतीय जनता पार्टी पर धनबल और बाहुबल के साथ साथ सत्ता का दुरुपयोग कर इस चुनाव को प्रभावित करने का आरोप लगाया है. 

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वहीं समाजवादी पार्टी के इस आरोप पर भारतीय जनता पार्टी ने पलटवार किया है. चंदौली के पूर्व जिलाध्यक्ष और बीजेपी किसान मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह कहा है कि जब जब समाजवादी पार्टी की सरकार रही है, तब तब सरकार का दुरुपयोग और लूटपाट की विचारधारा पर काम किया गया है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शुचिता और मूल्य आधारित राजनीति करती है समाजवादी पार्टी का आरोप निराधार है और उनकी हताशा का प्रतीक है.

कुर्सी हथियाना चाहती है बीजेपी!

समाजवादी पार्टी से पूर्व सांसद रामकिशुन ने कहा, 'जिला पंचायत सदस्यों के चुनाव हाल ही में हुए हैं. चंदौली और पूरे प्रदेश में बहुमत के साथ जीत मिली. बीजेपी को प्रदेश की जनता ने नकार दिया. कहीं भी बीजेपी का जिला पंचायत अध्यक्ष बहुमत के आधार पर नहीं चुना जा सकता. करीब-करीब 60 जिलों में सपा का बहुमत है. अन्य जिलों में दूसरे दलों का. लेकिन बीजेपी धनबल-बाहुबल की बदौलत इस चुनाव में बड़ी गड़बड़ी पैदा करके, डरा धमकाकर जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी हथियाना चाहती है.'

उन्होंने कहा, 'जनता इनको नकार चुकी है लेकिन सत्ता के दबाव में यह चुनाव लड़ा जा रहा है. सपा चंदौली और पूरे प्रदेश में पूरी मुस्तैदी के साथ खड़ी होकर बीजेपी का मुकाबला कर रही है. जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में जीतने का काम कर रहे हैं.'

बीजेपी ने दिया सपा को जवाब!

वहीं इन आरोपों के जवाब में बीजेपी के पूर्व जिलाध्यक्ष राणा प्रताप सिंह ने कहा, 'हम भारतीय जनता पार्टी की जब शपथ लेते हैं तो पंच निष्ठा पर काम करते हैं. शुचिता हमारे लिए सबसे पहला वचन है और सबसे पहला काम है. हम मूल्य आधारित राजनीति करते हैं. जिस पार्टी के नेता वैक्सीन पर सवाल खड़े करते हों, वैक्सीन न लगाने की वकालत करते हों, उनके कार्यकर्ता, नेता और उनके पूर्व सांसद क्या सोच सकते हैं. जो आरोप लगा रहे हैं, उनके आरोप निराधार हैं और यह उनकी हताशा का प्रतीक है.'

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