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बाराबंकी महोत्सव में खेसारी लाल के लेट होने पर बवाल, MLA घबराकर भागे

भोजपुरी सुपरस्टार और सिंगर खेसारी लाल यादव का भी स्वागत दर्शकों ने ईंटें-पत्थर फेंककर किया. इसके बाद असुरक्षित महसूस कर रहे एक्टर ने भीड़ से पत्थर न फेंकने और शांति से बैठने की अपील की. लेकिन भीड़ की नाराजगी और पुलिस की कमी देख खेसारी लाल ने मंच पर परफॉर्म करने से ही मना कर दिया.

भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव
शिवेंद्र श्रीवास्तव/वरुण शैलेश
  • लखनऊ,
  • 27 नवंबर 2018,
  • अपडेटेड 7:18 PM IST

उत्तर प्रदेश के बाराबंकी के जहांगीराबाद स्थित रमता राम चतुर्भुजी की तपोस्थली पर आयोजित रामपुर महोत्सव में सोमवार रात जमकर ईंट-पत्थर चले. भोजपुरी गायक खेसारी लाल यादव के आने में देरी से नाराज हुए लोगों ने पत्थर चलाने शुरू कर दिए. कार्यक्रम का उद्घाटन कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी, शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह, सांसद प्रियंका सिंह रावत, विधायक बैजनाथ रावत और स्थानीय विधायक उपेंद्र रावत ने किया. खेसारी लाल ने खुद लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन लोग नहीं माने. इसके बाद उन्होंने गाने से इनकार कर दिया.

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बेकाबू भीड़ ने बैरिकेडिंग और कुर्सियां तोड़ डालीं, बल्लियां उखाड़ डालीं. इसके बाद हरकत में आई पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठियां भांजी. स्थिति बेकाबू होते देख सीओ सिटी ने मोर्चा संभाला. मंच से लाउडस्पीकर पर भीड़ से पत्थरबाजी न करने और ठीक से बैठने का निवेदन किया, लेकिन भीड़ नहीं मानी. इसके बाद पीएसी के साथ ही भारी संख्या में पुलिस फोर्स मौके पर बुलाई गई. काफी संख्या में सुरक्षा बलों के जवान मौके पर पहुंचे और कई राउंड लाठीचार्ज कर दौड़ा-दौड़ाकर लोगों को बुरी तरह पीटा.

कार्यक्रम में करीब 10 बजे मंच पर पहुंचे भोजपुरी सुपरस्टार और सिंगर खेसारी लाल यादव का भी स्वागत दर्शकों ने ईंटे-पत्थर फेंककर किया. इसके बाद असुरक्षित महसूस कर रहे एक्टर ने भीड़ से पत्थर न फेंकने और शांति से बैठने की अपील की. लेकिन भीड़ की नाराजगी और पुलिस की कमी देख खेसारी लाल ने मंच पर परफॉर्म करने से ही मना कर दिया.

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जब सीओ सिटी सुशील कुमार सिंह ने उन्हें सुरक्षा का भरोसा दिलाया तो उन्होंने एक गाना शुरू किया, लेकिन भीड़ फिर बेकाबू हो गई. इसके बाद जिस तरफ से भी पत्थर आ रहे थे और भीड़ उग्र हो रही थी उसी तरह पीएसी और पुलिस ने जमकर लाठियां चलाईं. आखिरकार देर रात तक सुपरस्टार खेसारी कोई प्रस्तुति ही नहीं दे पाए और कार्यक्रम बुरी तरफ से फ्लॉप हो गया. मंच से उद्घोषक पहले से ही बार-बार ईंट पत्थर न फेंकने और सीसीटीवी कैमरे लगे होने की बात कहकर भीड़ से गुजारिश करती रहीं, लेकिन भीड़ नहीं मानी.

भीड़ की उग्रता का आलम ये था कि मंच के सामने खेसारी लाल यादव का कार्यक्रम देखने के लिए बैठे स्थानीय विधायक उपेंद्र रावत बुरी तरह घबरा गए. गुस्साई भीड़ बैरिकेडिंग तोड़ उनकी तरफ बढ़ी ही थी कि उन्हें बुरी तरह पसीना आ गया. पुलिस ने किसी तरह घबराए विधायक को अपने सुरक्षा घेरे में लेकर भीड़ से बचाया. कुछ देर तक विधायक ये समझ ही न पाए कि हो क्या रहा है. इसके बाद आनन-फानन में वे अपनी जान बचाकर पीछे के रास्ते पुलिस के साथ भाग निकले.

महोत्सव में चल रहे ईंट-पत्थर से दर्शक इस कदर सिहर गए कि पास होने के बावजूद उन्हें अपनी जान बचाकर कार्यक्रम छोड़कर भागने में ही भलाई नजर आई. जब कार्यक्रम बीच में ही छोड़कर जा रहे लोगों से बातचीत की गई तो दुर्गेश कुमार ने बताया कि यहां पर पत्थर, बोतलें और कुर्सी चलते देख पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोगों को चोटें आईं. इसीलिए हम बीच में ही भाग आए.

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मनीष कुमार वर्मा अपने परिवार के साथ खेसारी लाल को देखने और सुनने आए थे, लेकिन यहां पर हुई पत्थरबाजी से वे इस तरह घबरा गए कि प्रोग्राम छोड़ घर की तरफ भागे. मनीष ने बताया कि रीता बहुगुणा जोशी और भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव दोनों के ही कार्यक्रम में ईंटें, पत्थर और क्या-क्या नहीं चले. कितने लोगों को चोट आई ये भीड़ में कह पाना मुश्किल है. लेकिन काफी लोग चोटिल हुए हैं.

कार्यक्रम में भारी भीड़ देखकर कैबिनेट मंत्री रीता बहुगुणा जोशी गदगद हो गईं. हालांकि माननीयों की इस ख़ुशी पर पत्थरबाजों ने पानी फेर दिया. प्रोग्राम में देर से शुरू होने पर पब्लिक ने उन पर भी नाराजगी जताई, जिस पर मंत्री जी प्रोग्राम बिना सुने लखनऊ बैरंग लौट गईं.

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