
लोकसभा चुनाव में अब कुछ ही महीने शेष रह गए हैं, ऐसे में सभी दल चुनावी तैयारियों में जुट गए हैं. केंद्र में सत्तारुढ़ बीजेपी अगले चुनाव में जीत की लहर बनाए रखने की हरसंभव कोशिश कर रही है और उसकी यह कोशिश तभी रंग लाएगी जब उत्तर प्रदेश में पार्टी पिछला प्रदर्शन दोहराएगी.
इसके लिए राज्य की बीजेपी सरकार तैयारियों में जुटी हुई है. योगी सरकार के मंत्रियों को राज्य की लोकसभा की कमजोर सीटों पर सही और प्रभावकारी तरीके से तैयारी करने की जिम्मेदारी दी गई है. पिछले दिनों हुई बीजेपी-आरएसएस की बैठक का असर है कि मंत्रियों को यह जिम्मेदारी दी जा रही है.
उपमुख्यमंत्री मौर्य के पास 3 सीट
संगठन के महारथी माने जाने वाले मंत्रियों को बीजेपी ने अपनी कमजोर सीटें जिताने की जिम्मेदारी सौंपी है. जिसमें उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के अलावा सुनील बंसल, महेंद्र पांडे, महेंद्र सिंह और रमापति शास्त्री को चुना गया है जिनका संगठन को लेकर बड़ा अनुभव रहा है.
योगी सरकार के मंत्रियों को 2019 के चुनाव के लिए अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों की जिम्मेदारी दी गई है. सोमवार देर शाम हुई संगठन और सरकार की बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि अब मंत्रियों के ऊपर लोकसभा जिताने की भी जिम्मेदारी होगी. इसके लिए एक संचालन समिति भी बनाई गई है और इसके लिए 3 दिवसीय बैठक 2 से 4 नवंबर तक रखी गई है.
संगठन में काम कर चुके बड़े और मजबूत चेहरों को पार्टी के लिए कमजोर समझे जाने वाले वाली सीटें दी गई है. केशव मौर्य को मुलायम सिंह यादव के गढ़ मैनपुरी के अलावा आजमगढ़ और रामपुर का किला भेदने की जिम्मेदारी दी गई है तो दिनेश शर्मा को आगरा और मुरादाबाद की जिम्मेदारी मिली है.
3 महीनों का कैलेंडर तय
वहीं पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र पांडे को बनारस और चंदौली की जिम्मेदारी दी गई है तो प्रदेश के प्रभारी महामंत्री सुनील बंसल को सहारनपुर, बदायूं और डुमरियागंज लोकसभा की जिम्मेदारी मिली है. रमापति त्रिपाठी के जिम्मे लखनऊ और शाहजहांपुर की जिम्मेदारी होगी.
इसके अलावा बीजेपी ने नवंबर से लेकर जनवरी तक के कार्यक्रमों के कैलेंडर भी तय कर दिया है. 10 से 15 नवंबर तक बूथ समितियों की बैठक होगी जिसमें अभिनंदन समारोह होगा और 17 नवंबर को कमल संदेश बाइक रैली निकलेगी जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत सरकार के सभी मंत्री शामिल होंगे.
योगी सरकार के मंत्रियों को लोकसभा संचालन समितियों की जिम्मेदारी सौंपी गई है. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय को पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की जिम्मेदारी दी गई है.
मंत्री और पदाधिकारियों को मिली जिम्मेदारी
महेंद्र नाथ पांडेय- वाराणसी और चंदौली
सुनील बंसल- सहारनपुर और डुमरियागंज
केशव प्रसाद मौर्य- रामपुर, मैनपुरी और वाराणसी
एसपी सिंह बघेल- बागपत और अलीगढ़
सिद्धार्थनाथ- कौशाम्बी
सुरेश खन्ना- गाजियाबाद
रीता बहुगुणा जोशी- सीतापुर और जौनपुर
ब्रजेश पाठक- गाजीपुर और अंबेडकरनगर
स्वामी प्रसाद मौर्या- बस्ती और बदायूं
संदीप सिंह- पीलीभीत और सहारनपुर
महेंद्र सिंह- गौतम बुद्ध नगर
श्रीकांत शर्मा- बलिया और फिरोजाबाद
रमापति शास्त्री- महाराजगंज
गिरीश यादव- मिर्जापुर
आशुतोष टंडन- प्रयागराज
सुरेश पासी- एटा
सतीश महाना- गोंडा
जय प्रताप सिंह- सुल्तानपुर
धर्मपाल सिंह- बांदा और गोरखपुर
सुरेश राणा- उन्नाव और फैजाबाद
अनिल राजभर- सलेमपुर और घोसी
अनुपमा जायसवाल- कुशीनगर और देवरिया
स्वाति सिंह- प्रतापगढ़ और फूलपुर
नंदगोपाल गुप्ता नंदी- भदोही और रायबरेली