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उत्तर प्रदेश: लेने गए थे पेंशन का पैसा, मिल गया डेथ सर्टिफिकेट

सातों लोगों को मृत होने का पता तब चला जब वह बैंक में 60 साल की पेंशन का पैसा निकालने पहुंचे, तो उन्हें पता चला कि विकास स्थित समाज कल्याण विभाग की ओर से पैसे उनके खाते में ही नहीं आए हैं. इस पर सातों लोग पूर्व प्रधान शहंशाह आलम के पास पहुंचे. पूर्व प्रधान शंहशाह आलम ने विकास भवन जाकर देखा तो सातों लोग मृत पाए गए. जिस पर सभी पीड़ित अपनी शिकायत लेकर डीएम के पास पहुंचे.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
aajtak.in
  • बदायूं,
  • 12 सितंबर 2019,
  • अपडेटेड 9:13 AM IST

  • डीएम ने लापरवाही के चलते ग्राम पंचायत सचिव पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं
  • लोग जब बैंक में 60 साल की पेंशन का पैसा निकालने पहुंचे, तब इसका पता चला

उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में ग्राम पंचायत सचिव ने पेंशन पा रहे 7 लोगों को वेरिफिकेशन में मृत घोषित कर दिया. सातों लोग अपने जिंदा होने का दावा करते हुए डीएम से शिकायत करने पहुंचे. इस मामले में डीएम ने लापरवाही के चलते ग्राम पंचायत सचिव पर कार्रवाई के निर्देश दिए हैं.

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मामला सदर तहसील इलाके के ब्लॉक सालारपुर के गांव हुसैन पुर करौतिया का है. यहां के रहने वाले निशार हुसैन, अफसर, अलाउद्दीन, चंपा, मिराजन, अकीला, अफसर को ग्राम पंचायत सचिव नवीन कुमार माहेश्वरी ने मृत घोषित कर दिया.

सातों लोगों को मृत होने का पता तब चला जब वह बैंक में 60 साल की पेंशन का पैसा निकालने पहुंचे. यहां पहुंचकर उन्हें पता चला कि समाज कल्याण विभाग की ओर से पैसे उनके खाते में आए ही नहीं हैं. इस पर सातों लोग पूर्व प्रधान शहंशाह आलम के पास पहुंचे. पूर्व प्रधान शंहशाह आलम ने विकास भवन जाकर देखा तो सातों लोग मृत पाए गए. जिस पर सभी पीड़ित अपनी शिकायत लेकर डीएम के पास पहुंचे.

मामले में डीएम दिनेश कुमार ने संज्ञान लेते हुए समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों से पूछताछ की तो कागजों में सातों लोगों के मरे होने की पुष्टि हुई. इस पर डीएम ग्राम पंचायत सचिव पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं. डीएम का कहना है कि यह  घोर लापरवाही है. इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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