
उत्तर प्रदेश के आगरा के थाना एत्माद्दौला क्षेत्र में एक पिता ने मोटरसाइकिल चालान के डर से अपने नाबालिक बेटे को कमरे में बंद कर दिया. जसवंतनगर इलाके में रहने वाले धर्म सिंह ने इकलौते बेटे मुकेश की जिद पर करीब 2 साल पहले नई बाइक खरीदी थी. घर में बाइक आई तो धर्म सिंह के नाबालिग बेटे मुकेश ने बाइक की सवारी शुरू कर दी.
धर्म सिंह काम पर जाते और उनका बेटा मुकेश बाइक लेकर गलियों के चक्कर लगाता, सड़क पर घूमता. अचानक यातायात नियमों के उल्लंघन पर चालान की राशि बढ़ा दी गई है. निम्न मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले धर्म सिंह ने चालान के डर से नाबालिग बेटे मुकेश के बाइक चलाने पर पाबंदी लगा दी और बेटे पर निगरानी शुरू कर दी.
बेटा फिर भी नहीं माना तो परेशान होकर धर्म सिंह ने उसे कमरे में बंद कर दिया और बाइक की चाबी साथ लेकर फैक्ट्री चला गया. मुकेश कई घंटे कमरे में बंद रहा तो उसने परिचित के फोन के माध्यम से पुलिस को सूचना दी. पुलिस मौके पर पहुंची और मुकेश को कमरे से बाहर निकाला.
इसके बाद पुलिस पिता और पुत्र को थाने ले गई. यहां पुलिस के समझाने पर धर्म सिंह और उसका बेटा मुकेश आपस में समझौता कर घर वापस लौट आए. धर्म सिंह का कहना है कि उसका बेटा नाबालिग है. उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है. ऐसे में बाइक चलाते वक्त कहीं उसका चालान ना हो जाए इसी डर से उन्होंने बेटे को कमरे में बंद कर दिया था. पूरे मामले पर मुकेश का कहना है कि बाइक चलाने की वजह से पिता ने उसे कमरे में बंद कर दिया था.
लड़के के पिता ने पिता ने बताया, हमने सुना था कि चालान की राशि बढ़ गई है. बेटा बाइक ले जाने की जिद कर रहा था तो मैंने और उसकी मम्मी ने उसे कमरे में बंद कर दिया. मुकेश ने बताया, घर मे झगड़ा हो गया था. पापा बाइक नहीं चलाने दे रहे थे. मैं जाता ही कहां हूं. घर से पास में और शाहदरा तक ही तो जाता हूं.