
राहुल गांधी के यूपी दौरे को लेकर राज्य कांग्रेस के महामंत्री उमेश पंडित ने मथुरा में ऐसे पोस्टर लगवाये हैं, जिसमें राहुल गांधी को बड़े-बड़े अक्षरों में पंडित राहुल गांधी बताया गया है. ये पोस्टर पार्टी के आधिकारिक तौर पर डिजाइन किए गए पोस्टर की तरह ही हैं, बस राहुल के नाम के आगे ''पं." जोड़ दिया गया है.
राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, 'न जात पर, न पात पर, बटन दबाओ हाथ पर' का नारा देने वाली कांग्रेस भले ही कहती हो कि वह जाति और धर्म की राजनीति नहीं करती, लेकिन 27 साल से यूपी में सत्ता से बाहर पार्टी जाति कार्ड खेलने का कोई मौका नहीं छोड़ रही. ब्राह्मण कार्ड के जरिये वह यूपी की सियासत में वापसी करने की पूरी कोशिश कर रही है.'
शीला दीक्षित के जरिए भी खेला ब्राह्मण कार्ड
दरअसल, पहले शीला दीक्षित को सीएम उम्मीदवार बनाकर कांग्रेस आलाकमान ने खुलकर ब्राह्मण कार्ड खेला. 1989 में यूपी में कांग्रेस के ही एन डी तिवारी आखिरी ब्राह्मण सीएम थे. उसके बाद हर पार्टी की सरकार बनी, लेकिन कोई ब्राह्मण सीएम नहीं बना. ऐसे में जब आलाकमान ने ही ब्राह्मण जाति पर दांव लगा दिया तो भला यूपी के नेता कहां पीछे रहने वाले थे. यूपी कांग्रेस नेता उमेश पंडित ने राहुल गांधी को पंडित राहुल गांधी लिखकर अपने लिए भी ब्राह्मण कार्ड चल दिया.
हो सकता है कि भले ही पार्टी बाद में इस पोस्टर से पल्ला झाड़ने की कवायद में जुट जाये, लेकिन ये तो साफ है कि पार्टी में आलाकमान से लेकर कार्यकर्ता तक इस बार यूपी में ब्राह्मण कार्ड को पार्टी का तुरुप का इक्का मान रहे हैं. इसीलिए जहां मौका मिल रहा है, उसका खुलकर इस्तेमाल कर रहे हैं.