
कोरोना महामारी संकट के बीच देशभर में टीकाकरण अभियान की तैयारियां जोरों पर हैं. इसी कड़ी में 16 जनवरी से शुरू हो रहे कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के लिए उत्तर प्रदेश में भी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. वैक्सीनेशन अभियान के पहले दिन 31,700 स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना वैक्सीन लगाई जाएगी. राज्य में कुल 1500 सेंटर बनाए गए हैं जिनमें से 317 सेंटर्स पर पहले दिन लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
16 जनवरी को पीएम नरेंद्र मोदी कोरोना वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत करेंगे. इस दौरान वह वर्चुअल माध्यम से वाराणसी के महिला अस्पताल व एमएलबी मेडिकल कॉलेज, झांसी में वैक्सीन लगवा चुके लाभार्थियों से बातचीत करेंगे. वैक्सीनेशन सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक होगा.
उत्तर प्रदेश में वैक्सीनेशन के पहले चरण में कुल 9 लाख स्वास्थ्यकर्मियों को कोरोना का टीका लगाया जाना है. इस अभियान में 2000 स्वास्थ्यकर्मी शामिल रहेंगे. केंद्र की तरफ से उत्तर प्रदेश को कोरोना की 10,55,500 वैक्सीन उपलब्ध कराई गई है. तीन दिन के अंदर सभी स्वास्थकर्मियों को कोरोना का टीका लगा जाएगा.
पहले दिन सभी सेंटर्स पर 100 लाभार्थियों को टीका लगाया जाएगा. वहीं, बड़े शहरों में जरूरत के हिसाब से यह नंबर बढ़ भी सकता है. वैक्सीनेशन के लिए एक से तीन सेशन का आयोजन किया जा सकता है. सभी वैक्सीनेशन सेंटर पर तीन रूम होंगे. पहला रूम वेंटिंग रूम होगा और दूसरा रूम वैक्सीनेशन का होगा जबकि तीसरा रूम मॉनिटरिंग के लिए होगा.
केजीएमयू के नोडल अधिकारी डॉ. निशांत वर्मा ने इंडिया टुडे को बताया कि इस अस्पताल में पहले दिन 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. पहले चरण में यहां कुल 9500 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी. उन्होंने बताया कि 35 जगहों पर कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी. इस दौरान 210 स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहेंगे. वैक्सीनेशन के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और यह वैक्सीनेशन अभियान सफल रहेगा.