Advertisement

UP में फसलों के लिए मुसीबत बनीं गायें, किसान रात भर दे रहे पहरा

जिस देश में गाय को माता के तौर पर पूजा जाता है, जहां पर गाय के नाम पर हत्याएं हो जाती हैं. अब उसी देश में ये गायें किसानों की दुश्मन बन रही हैं.

सांकेतिक तस्वीर सांकेतिक तस्वीर
कुमार अभिषेक
  • लखनऊ,
  • 13 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 11:58 AM IST

एक जमाना था जब गाय-बैल देश के किसानों की सबसे बड़ी पूंजी होते थे. मशीनों के आने के साथ बैल बेकार हुए और अब तो गायें भी जब दूध देना बंद कर देती हैं किसान के लिए बेकार हो जाती हैं. लेकिन क्या नौबत यहां तक आ गई है कि गाय और बैल किसानों के दुश्मन ही बन जाएं. पढ़ें उत्तर प्रदेश से ये चौंकाने वाली रिपोर्ट...

Advertisement

उत्तर प्रदेश के बहराइच में अचौलिया गांव में अब लोग आधी रात को सोते नहीं बल्कि अपने खेतों की पहरेदारी करते हैं. ताकि कोई गाय-बैल उनकी फसलों को नुकसान ना पहुंचा दे. इस इलाके में कई बार ऐसा हुआ है कि रात को गाय-बैल के झुंड ने फसलों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया है.

दरअसल, इस क्षेत्र में एक-दो-दस-बीस या सौ पचास नहीं इलाके में ऐसे हजारों लावारिस गोवंश का झुंड तैयार हो गया है जिनका कोई मालिक नहीं है ना ही कोई ठिकाना है.

इसमें ज्यादातर ऐसे बैल हैं जो खेती किसानी में उपयोगी नहीं रहे, ऐसी गायें भी हैं जो अब दूध नहीं दे सकती, ऐसे में इनके खाने का खर्च किसानों पर बोझ बन गया तो इन्हें लावारिस छोड़ दिया गया. लिहाजा गोवंश का ये झुंड एक गांव से दूसरे गांव खाने की तलाश भटकता रहता है और जहां भी फसल मिलती उस पर टूट पड़ता है.

Advertisement

ये हालात सिर्फ अचौलिया गांव के नहीं है, बल्कि पूरे बहराइच जिले में आवारा मवेशियों का आतंक है. न सिर्फ बहराइच बल्कि इससे सटे गोंडा, पीलीभीत, और लखीमपुर खीरी में भी यही हाल है.

लावारिस गोवंश का ये झुंड रात के वक्त ही खेतों पर धावा बोलता है, लिहाजा किसान रात-रात भर जागकर अपने खेतों में मचान पर चढ़कर पहरा देते हैं. आधे घंटे की चूक भी इनकी महीनों की मेहनत को मिट्टी में मिला सकती है. इसलिए घर के बुजुर्गों से लेकर बच्चे तक बारी-बारी से इस पहरेदारी में शामिल होते हैं.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement