
पिछले दिनों सामने आए अनामिका शुक्ला मामले ने उत्तर प्रदेश के शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा दिया था. अनामिका शुक्ला के नाम पर फर्जीवाड़ा का मामला सामने आने के बाद पूरे सूबे के शिक्षकों के शैक्षणिक दस्तावेजों की जांच पड़ताल की जा रही है. अब इसी दौरान अनामिका शुक्ला पार्ट- 2 सामने आया है.
पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली में कस्तूरबा विद्यालय में कार्यरत संध्या द्विवेदी नाम की अध्यापिका ने इस बात की आशंका जताई है कि उनके शैक्षणिक दस्तावेजों का इस्तेमाल कर फर्जी तरीके से अलीगढ़, फर्रुखाबाद और फिरोजाबाद में कोई और नौकरी कर रहा है.
इस मामले के सामने आने के बाद चंदौली के शिक्षा विभाग में हड़कंप की स्थिति है. चंदौली के बीएसए ने अलीगढ़, फर्रुखाबाद और फैजाबाद के बीएसए से संपर्क साध कर इस पूरे मामले की जानकारी साझा की है.
संध्या द्विवेदी चंदौली जिला के चकिया स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में दिसंबर 2019 से फुल टाइम टीचर हैं, लेकिन यह संध्या द्विवेदी अकेली टीचर नहीं है जो कस्तूरबा विद्यालय में पढ़ा रही हैं बल्कि अलीगढ़, फर्रुखाबाद और फिरोजाबाद में भी इसी नाम की अध्यापिका का नाम सामने आया है.
गलत इस्तेमाल को लेकर आशंका
चंदौली की संध्या दिवेदी को आशंका है कि कहीं उनके शैक्षणिक प्रमाणपत्रों का गलत इस्तेमाल कर अलीगढ़, फर्रुखाबाद और फिरोजाबाद में कोई अन्य अध्यापिका नौकरी तो नहीं कर रही है. दरअसल, पिछले दिनों जिस तरह से अनामिका शुक्ला नाम की महिला अध्यापिका का फर्जीवाड़ा सामने आया था. उसको लेकर सूबे के शिक्षा विभाग में हड़कंप की स्थिति है.
नियुक्तियों में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद प्रदेश के शिक्षकों के शैक्षणिक प्रमाणपत्रों की एक बार फिर से जांच की जा रही है. जांच के दौरान प्रदेश के कई जिलों में दूसरे के नाम पर फर्जी तरीके से नौकरी करने के मामलों का खुलासा भी हो रहा है.
कोरोना पर फुल कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
इसी कड़ी में पिछले दिनों अलीगढ़, फिरोजाबाद और फर्रुखाबाद में संध्या दिवेदी नाम की एक महिला अध्यापिका द्वारा फर्जीवाड़ा किए जाने का मामला सामने आया था. इस बात की जानकारी जब चंदौली के चकिया कस्तूरबा विद्यालय में कार्यरत संध्या द्विवेदी को हुई तो उनके होश उड़ गए.
इन तीनों जिलों के विद्यालयों में नौकरी करने वाली संध्या द्विवेदी की जन्मतिथि, पिता का नाम और विषय हुबहू वही थे, जो चंदौली में कार्यरत संध्या द्विवेदी के हैं. इसके बाद संध्या द्विवेदी ने चंदौली के बीएसए से मिलकर पूरे मामले की जानकारी दी और इस बात की आशंका जताई कि कहीं उनके शैक्षणिक प्रमाणपत्रों का गलत इस्तेमाल तो नहीं किया गया है.
मामले की जांच जारी
उधर, संध्या द्विवेदी द्वारा दी गई जानकारी और प्रार्थना पत्र के आधार पर चंदौली के बीएसए ने अलीगढ़, फर्रुखाबाद और फिरोजाबाद के बीएसए से संपर्क साधा और पूरे मामले की जानकारी दी. चंदौली के बीएसए द्वारा इन तीनों जिलों के बीएसए को इस पूरे मामले से संबंधित जानकारी भेज दी गई है और मामले की जांच की जा रही है.
चंदौली की अध्यापिका संध्या द्विवेदी ने कहा, 'मैं वर्तमान में कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय चकिया चंदौली में सामाजिक विषय पद पर कार्यरत हूं. मैंने 24 जून को कुछ समाचार पत्रों में पढ़ा कि संध्या द्विवेदी नाम की शिक्षिका सामाजिक विषय पद पर कार्यरत है, जो 3 जनपदों में फर्रुखाबाद, फिरोजाबाद और अलीगढ़ में है.'
कोरोना कमांडोज़ का हौसला बढ़ाएं और उन्हें शुक्रिया कहें...
उन्होंने कहा, 'समाचार पत्रों में जो उसका विवरण दिया गया है. उसके पिता का नाम उसकी जन्मतिथि और बीएचयू से बीएड की डिग्री आदि सभी विवरण मेरे विवरण से काफी मिलते-जुलते हैं. मुझे ऐसा संदेह है कि कहीं मेरे ही शैक्षिक अभिलेखों का फर्जी तरीके से दुरुपयोग न किया गया हो. इसलिए बीएसए को मैंने एप्लीकेशन लिखी और कहा कि इसकी जांच कराते हुए अपने स्तर से उचित कार्रवाई करें.'
इस संबंध में चंदौली के बीएसए भोलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि संध्या द्विवेदी हमारे यहां दिसंबर 2019 में चयनित हुई हैं और उनके सभी मूल अभिलेख हमारे यहां कार्यालय में जमा है. हमने इनके प्रत्यावेदन के क्रम में तीनों जनपद के बीएसए को आख्या भेजी है और इनके जो डॉक्यूमेंट हमारे पास है उसका भी फोटो कॉपी संलग्न करके भेजा गया है. उनसे हमारी बात भी हुई है कि इस पूरे मामले को अपने स्तर से संज्ञान में लेते हुए कार्रवाई करें और हमें भी अवगत कराएं, ताकि हम भी आवश्यक कार्रवाई कर सकें.
देश-दुनिया के किस हिस्से में कितना है कोरोना का कहर? यहां क्लिक कर देखें