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यूपी में बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन अलर्ट, NDRF ने की तैयारी

वाराणसी में 11 एनडीआरएफ की टीम ने गंगा में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की. इस दौरान गंगा नदी में बाढ़ जैसी स्थिति तैयार की गई. जिसमें 46 लोगो को गंगा नदी में आई बाढ़ में फंसता हुआ दिखाया गया और एडीआरएफ की टीम अपनी पूरी तैयारी के साथ बाढ़ में फंसे 46 लोगों को सुरक्षित निकाला.

NDRF की टीम अलर्ट (फोटो-IANS) NDRF की टीम अलर्ट (फोटो-IANS)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 10:58 AM IST

बिहार और असम समेत आधा हिंदुस्तान मॉनसून में तबाही की मार झेल रहा है. यूपी, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में भी बारिश तबाही लेकर आई है. जहां कई इलाकों में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. उत्तर प्रदेश में आने वाले वक्त में बाढ़ के खतरे को देखते हुए प्रशासन अलर्ट पर है.

ऐसे में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मॉक ड्रिल की. यूपी के उन्नाव में बाढ़ से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम ने मॉक ड्रिल में बाढ़ के दौरान लोगों को पानी से निकालने का अभ्यास किया. बता दें कि इलाके में हर साल बाढ़ की समस्या खड़ी हो जाती है, ऐसे में प्रशासन पूरी तरह से एतिहात बरत रहा है.

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40 जिलों में एनडीआरएफ की टीम ने की मॉक ड्रिल

यूपी में उन्नाव की तरह ही 40 जिलों में एनडीआरएफ की टीम ने मॉक ड्रिल की. वाराणसी में गंगा किनारे रमना गांव में एनडीआरफ की टीम ने डेरा डाला. वाराणसी की 11 एनडीआरएफ की टीम ने गंगा में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए मॉक ड्रिल की. इस दौरान गंगा नदी में बाढ़ जैसी स्थिति तैयार की गई. जिसमें 46 लोगो को गंगा नदी में आई बाढ़ में फंसता हुआ दिखाया गया और एडीआरएफ की टीम अपनी पूरी तैयारी के साथ बाढ़ में फंसे 46 लोगों को सुरक्षित निकाला.

मॉक ड्रिल में प्रैक्टिस की गई कि बाढ़ से लोगों को कैसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जाए और कैसे बाढ़ के पानी में डूबने वाले लोगों को बचाकर प्राथमिक इलाज दिया जाए. इसके अलावा पालतू जानवरों को बाढ़ जैसी स्थिति से कैसे निकालकर सुरक्षित स्थान पर ले जाया जाए और बाढ़ में फंसे लोगों को कैसे राहत सामग्री पहुंचाई जाए इसको लेकर भी मॉक ड्रिल की गई है.  

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लखीमपुर खीरी में शारदा नदी के कहर से बचने के लिए एनडीआरएफ और सेना ने मॉक ड्रिल की. शारदा नदी के किनारे फूलबेहड़ गांव के पास खीरी के डीएम, एसपी, एनडीआरएफ और सेना के जवानों ने कैंप लगाया और लोगों को बाढ़ से बचने की जानकारी दी. पुलिस और प्रशासन की अलग-अलग 4 टीमें बनाई गईं और गांव वालों की भी मदद ली गई.

नदियों का जलस्तर खतरे के निशान के पार

बता दें कि पहाड़ी इलाकों में लगातार हो रही बारिश से निचले इलाकों में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं. बिजनौर के कई गांव इस समय बाढ़ की चपेट में आ गए और सड़के सैलाब की भेंट चढ़ चुकी हैं. कई जिलों में नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है. लखीमपुर खीरी पलियां कला से बहने वाली शारदा नदी काफी उफान मार रही है, जो खतरे के निशान को पार कर चुकी है. वहीं कटान के कारण कई गांव जलमग्न हैं. लोग बचने के लिए सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं.

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