
उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बसपा सुप्रीमो मायावती अपने बयानों के बाद अब सोशल मीडिया साइट्स पर भी विरोधियों पर हमला बोलने का कोई मौका नहीं चूक रही हैं. हाल ही में मध्य प्रदेश के खंडवा में गोहत्या के आरोपियों पर रासुका लगाने के मामले में मायावती ने कमलनाथ सरकार पर बड़ा हमला करते हुए ट्वीट किया है.
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही मायावती सोशल मीडिया प्लेटफार्म ट्विटर पर आई हैं और तभी से उनका कांग्रेस और बीजेपी पर हमला लगातर जारी है. रासुका लगाने पर मायावती ने कमलनाथ और योगी आदित्यनाथ के खिलाफ ट्वीट करते हुए लिखा कि कांग्रेस की MP सरकार ने पूर्ववर्ती बीजेपी की तरह गोहत्या के शक में मुसलमानों पर रासुका के तहत बर्बर कार्रवाई की. अब UP बीजेपी सरकार ने AMU के 14 छात्रों पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया. दोनों सरकारी आतंक है और अति-निन्दनीय है. लोग फैसला करें कि दोनों सरकारों में क्या अंतर है?'
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही खंडवा जिले में गोहत्या के बाद तीन आरोपियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून यानी कि रासुका लगा दिया गया था. इसके 2 दिन बाद ही आगर मालवा ज़िले में भी रासुका के तहत कार्रवाई की गई थी जिसके बाद खुद कांग्रेस नेताओं ने इसका काफी विरोध किया था, हालांकि कांग्रेस संगठन ने इसे मुख्यमंत्री का क्षेत्राधिकार बताते हुए दखल देने से इनकार कर दिया था.
कांग्रेस विधायक भी जता चुके हैं रासुका पर विरोध
मायावती से पहले भोपाल मध्य से कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद भी गोकशी के मामलों में रासुका लगाने का विरोध कर चुके हैं. मसूद ने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पिछले ही हफ्ते पत्र लिख आरोपियों से रासुका हटाने और खण्डवा कलेक्टर के तबादले की मांग की थी. मसूद ने सीएम को लिखे पत्र में लिखा था कि रासुका की कार्रवाई एकपक्षीय और जल्दबाजी में की गई कार्रवाई है.