Advertisement

यूपी के मंत्री बोले- जैसे तीन तलाक हुआ खत्म, वैसे ही बुर्का पहनने पर लगे रोक

उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने बयान दिया है कि जैसे तीन तलाक खत्म हुआ है, वैसे ही बुर्का पहनने का चलन भी खत्म होना चाहिए.

यूपी सरकार में मंत्री आनंद शुक्ला (फोटो: फेसबुक प्रोफाइल) यूपी सरकार में मंत्री आनंद शुक्ला (फोटो: फेसबुक प्रोफाइल)
अनिल अकेला
  • लखनऊ,
  • 25 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 8:35 AM IST
  • लाउड स्पीकर के बाद अब यूपी में बुर्का पर विवाद
  • मंत्री बोले- बुर्का पहनने पर भी लगे रोक

उत्तर प्रदेश में अभी मस्जिद के लाउडस्पीकर को लेकर विवाद खत्म ही हुआ था कि अब मुस्लिम महिलाओं के बुर्का पहनने को लेकर नई बहस शुरू हो गई है. उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने बयान दिया है कि जैसे तीन तलाक खत्म हुआ है, वैसे ही बुर्का पहनने का चलन भी खत्म होना चाहिए.

यूपी सरकार में संसदीय कार्य राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने बुधवार को कहा कि बुर्का महिलाओं के लिए अमानवीय व्यवहार है, साथ ही वहाबी मानसिकता यहां पर लागू ना हो पाए ऐसे में बुर्का पहनने का कल्चर भी खत्म होना चाहिए.

Advertisement

योगी सरकार के मंत्री बोले कि जिस तरह सरकार ने तीन तलाक को खत्म किया, वैसे ही बुर्का पहनने को भी खत्म कर देना चाहिए. मंत्री में कहा कि दुनिया के कई देशों में बुर्का पहनने पर रोक लग चुकी है. 

बता दें कि मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला ने बलिया के डीएम को चिट्ठी लिखी है, जिसमें उन्होंने अजान के लिए इस्तेमाल होने वाले लाउडस्पीकर की आवाज़ घटाने की बात कही है. मंत्री का कहना है कि उन्हें इससे काफी दिक्कत होती है और कोर्ट के आदेश के मुताबिक आवाज को कम करना चाहिए. 

लाउड स्पीकर को लेकर यूपी में था विवाद
बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश में मस्जिद में अजान के लिए बजने वाले लाउडस्पीकर को लेकर विवाद हुआ था. प्रयागराज में इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की वाइस चांसलर संगीता श्रीवास्तव ने स्थानीय प्रशासन को एक चिट्ठी लिखी थी, जिसमें उन्होंने अजान की आवाज के कारण नींद में खलल होने की बात कही थी.

Advertisement

संगीता श्रीवास्तव की इस चिट्ठी पर काफी बवाल हुआ था और मुस्लिम धर्मगुरुओं ने घोर आपत्ति दर्ज कराई थी. हालांकि, स्थानीय प्रशासन ने इस शिकायत पर एक्शन लेते हुए मस्जिद के लाउड स्पीकर की आवाज़ कम करवाई थी और उसका रुख भी बदलवा दिया था. 
 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement