Advertisement

मुजफ्फरनगर रेल हादसे में 23 लोगों की मौत, 97 घायल, राहत-बचाव जारी

हादसे के बाद घटनास्थल पर तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. फिलहाल सभी घायलों को पास के अस्पताल में पहुंचा दिया गया है. रूट को बहाल करने के लिए रेलवे के लोग काम में जुटे हैं.

पटरी से उतरी कलिंग उत्कल एक्सप्रेस पटरी से उतरी कलिंग उत्कल एक्सप्रेस
नंदलाल शर्मा
  • खतौली, मुजफ्फरनगर, यूपी ,
  • 19 अगस्त 2017,
  • अपडेटेड 7:20 AM IST

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बड़ा रेल हादसा हुआ है. पुरी से हरिद्वार जा रही कलिंग उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन मुजफ्फरनगर के खतौली रेलवे स्टेशन के पास पटरी से उतर गई. ट्रेन के 14 डिब्बे पटरी से उतरकर अगल-बगल के घरों और एक स्कूल में घुस गए. ये ट्रेन पुरी से हरिद्वार जा रही थी. हादसा शनिवार की शाम 5 बजकर 46 मिनट पर हुआ. ट्रेन का नंबर 18477 है. हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 23 हो गई है, जबकि करीब 97 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं.

Advertisement

हादसे के बाद घटनास्थल पर तेजी से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया. ATS की टीम एक्सीडेंट के बाद रात को ही मौके पर पहुंच गई. ATS सूत्रों के मुताबिक शुरुआती जांच में टेरर एंगल नजर नहीं आता है. रेल ट्रैक पर मरम्मत का काम जारी है. करीब 24 घंटे में ट्रैक सुचारू होने की उम्मीद है. फिलहाल सभी घायलों को पास के अस्पताल में पहुंचा दिया गया है.

रूट को बहाल करने के लिए रेलवे के लोग काम में जुटे हैं. सहारनपुर ने 10 डिब्बे वाली राहल ट्रेन घटनास्थल के लिए रवाना की गई है. वहीं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हादसे पर दुख जताते हुए घायलों को समुचित इलाज मुहैया कराने का आदेश दिया है.  रेलवे की ओर से भी जांच के आदेश दे दिए गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट पर हादसे पर गहरा दुख प्रकट किया.

Advertisement

अब तक  21 लोगों की पहचान हुई

मुजफ्फरनगर ट्रेन हादसे में जान गंवाने वाले अब तक 21 लोगों की पहचान हो गई है. इस दुर्घटना में 97 लोग घायल भी हुए हैं, जिनमें से 26 लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है. जबकि 71 लोगों को मामूली चोट आई है. शाम तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहेगा. हादसा कैसे हुआ, यह जांच का विषय है. पिछली कई ट्रेन दुर्घटनाओं में आतंकी साजिश की भी बात सामने आई थी, जिसकी जांच NIA कर रही है. घायलों का इलाज मुजफ्फरनगर और मेरठ के अस्पतालों में चल रहा है.

रेलवे ट्रैक पर चल रहा था मरम्मत का काम

इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक खतौली के पास जहां ट्रेन हादसा हुआ है, वहां ट्रैक मरम्मत का काम चल रहा था और ट्रेन अपनी पूरी स्पीड़ में थे. ड्राइवर ने यहां इमरजेंसी ब्रेक लगाया था.

मुआवजे की घोषणा

कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस रेल हादसे में मारे गए लोगों के परिजनों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की है. ओड़िशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने मारे गए लोगों के लिए 5 लाख रुपये के मुआवजे की घोषणा की है. वहीं रेल मंत्रालय ने 3.5 लाख के मुआवजे की घोषणा की है. साथ ही घायलों को 50 हजार रुपये बतौर मुआवजा दिया जाएगा.

Advertisement

डिब्बे काटकर निकाले जा रहे यात्री

पटरी से उतरने के बाद रेल के कई कोच एक दूसरे में घुस गए. कई डिब्बे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए. पटरी से उतरे डिब्बों में यात्री फंसे हुए हैं. जिन्हें निकालने के लिए डिब्बा काटने के लिए क्रेन की मदद ली जा रही है. गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीमों को भी रेस्क्यू के लिए भेजा गया है. घटना के बाद मेरठ, अंबाला, सहारनपुर ट्रैक को बंद कर दिया गया है.

रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने हादसे में रेस्क्यू और राहत कार्यों के लिए हेल्पलाइन नंबर भी शुरू किए हैं.

चारों तरफ मची चीख पुकार

हादसे के बाद चारों तरफ चीख पुकार मच गयी. सूचना मिलते ही रेलवे प्रशासन में हड़कम्प मच गया. सूचना मिलने पर स्थानीय पुलिस प्रशासन की टीम राहत एवं बचाव कार्य में जुट गयी. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि ट्रेन जैसे ही खतौली रेलवे स्टेशन के पार निकली तभी तीसरे नंबर की बोगी पटरी से उतर गई और इसके बाद करीब दर्जनभर डिब्बे पटरी से उतर गए.

PM मोदी ने घटना पर दुख जताया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खतौली रेल हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि रेल मंत्रालय स्थिति पर लगातार नजर रखे हुए है. यूपी सरकार और रेल मंत्रालय सभी जरूरी मदद मुहैया कराने में जुटे हैं. उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.

Advertisement

 

CM योगी ने अपने मंत्रियों को भेजा

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुरेश राना और सतीश महाना को मुजफ्फरनगर में घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही योगी ने स्थानीय जिलाधिकारी से भी बात की है. और घायलों को सभी संभव मदद मुहैया कराने का निर्देश दिया है. इसके अलावा अस्पतालों को फ्री चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. 

खतौली के लिए रवाना हुई NDRF टीम

यूपी के खतौली के पास रेल हादसे की सूचना मिलते ही 44 राहत दल सदस्यों और 2 खोजी कुत्तों के साथ एनडीआरएफ की पहली टीम मुजफ्फरनगर के लिए रवाना हो गई. गाजियाबाद से एनडीआरएफ की 3 टीमें भेजी गईं.

पीएसी की 9 कंपनियों को घटनास्थल के लिए भेजा

पीएसी के आईजी लखनऊ ने 9 कंपनियों को घटनास्थल पर पहुंचने का आदेश दिया. ताकि राहत और बचाव कार्यों को तेजी से पूरा किया जा सके.

मिल रही जानकारी के मुताबिक ट्रेन शनिवार को अपने निर्धारित समय से आधे घंटे लेट चल रही थी. शाम के 5.54 बजे ट्रेन को मुजफ्फरनगर पहुंचना था. हरिद्वार पहुंचने का इसका समय रात के 9 बजे है.

घटनास्थल पर चल रहा था काम, नहीं मिला कोई सिग्नल

यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के आदेश पर यूपी एटीएस की टीम डीएसपी अनूप सिंह के नेतृत्व में दुर्घटनास्थल पहुंची. अनूप  सिंह के मुताबिक घटना वाली जगह पर कुछ काम चल रहा था. पर ट्रेन को इस जगह धीमी होने के लिए कोई सिग्नल नहीं मिला. अभी तक जांच में ऐसा ही आया है. ATS का एक कांस्टेबल भी इसी ट्रेन में सफर कर रहा था. उसने भी कुछ जानकारी मुहैया कराई है. फिलहाल एटीएस इसकी जांच आतंकी साजिश के एंगल से भी कर रही है. बता दें कि यह एक मानक प्रक्रिया है, लेकिन बिहार के रेलवे ट्रैक में आईईडी मिलने के बाद रेलवे खासा एहतियात बरतती है.

Advertisement

बता दें कि यह ट्रेन पुरी से हरिद्वार जाती है. कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस इस सफर में कई राज्यों से होकर गुजरती है. इनमें उत्तराखंड, दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड और ओडिशा शामिल हैं. यह ट्रेन रोजाना रात 9 बजे पुरी से चलती है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement