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मुलायम की भतीजी को BJP से टिकट, बोलीं- परिवार में दरार नई नहीं, मैं BJP में कंफर्टेबल

भाजपा ने मुलायम के कुनबे में सेंध लगाते हुए मुलायम सिंह की भतीजी संध्या यादव को जिला पंचायत चुनाव में प्रत्याशी बनाया है. संध्या यादव के बीजेपी में आने के पीछे की वजह उनके पति अनुजेश यादव हैं.

पति अनुजेश यादव के साथ संध्या यादव पति अनुजेश यादव के साथ संध्या यादव
कुमार अभिषेक/पुष्पेंद्र सिंह
  • मैनपुरी,
  • 13 अप्रैल 2021,
  • अपडेटेड 2:47 PM IST
  • धर्मेंद्र यादव की बड़ी बहन हैं संध्या यादव
  • बीजेपी ने संध्या यादव को दिया है टिकट

उत्तर प्रदेश के पंचायत चुनाव में सभी राजनैतिक दल अपना दमखम लगा रहे हैं. पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह यादव के प्रभाव वाले जिलों में इस बार भाजपा और सपा में सीधी टक्कर देखने को मिल रही है. इस बीच भाजपा ने मुलायम के कुनबे में सेंध लगाते हुए मुलायम सिंह की भतीजी संध्या यादव को जिला पंचायत चुनाव में प्रत्याशी बनाया है.

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सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की भतीजी संध्या यादव ने बीजेपी से जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन किया है. बीजेपी ने घिरोर के बार्ड नं 18 से उन्हें प्रत्याशी बनाया है. संध्या यादव, पूर्व सांसद धर्मेंद्र यादव की बड़ी बहन हैं. वह निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष हैं. वह 2016 में सपा से जिला पंचायत अध्यक्ष चुनी गई थीं.

संध्या यादव के बीजेपी में आने के पीछे की वजह उनके पति अनुजेश यादव हैं. आजतक से बात करते हुए अनुजेश यादव ने कहा कि मैं समाजवादी पार्टी से दुखी होकर भाजपा में आया हूं, संध्या के ऊपर मैनपुरी के एक विधायक और कुछ नेताओं ने अभद्र टिप्पणी की, अविश्वास प्रस्ताव लाया, भाजपा ने सम्मान दिया, इसलिए भाजपा में गए.

अनुजेश यादव ने कहा कि बीजेपी के बारे में कहा जाता था कि वहां यादवों को सम्मान नहीं दिया जाता, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है, मेरे काफी सारे जिला पंचायत से जुड़े काम मुख्यमंत्री ने किए, मैं बीजेपी में खुश हूं.

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वहीं, संध्या यादव का कहना है कि मैं अपने ससुराल वालों के साथ हूं, सपा और भाजपा में थोड़ा अंतर है और राजनीति में सब चलता है, कौन कब किस पार्टी में चला जाए, पता नहीं चलता, मैं अपने पति के साथ बीजेपी में आ गई, बीजेपी अगर जिला पंचायत अध्यक्ष का टिकट देगी तो लड़ेंगे.

संध्या यादव ने कहा कि परिवार तो पहले से ही टूट चुका था, जब 2017 में (अविश्वास प्रस्ताव) हुआ था, तब से हम लोग बीजेपी से जुड़ गए, शिवपाल सिंह अलग हुए तब परिवार नहीं टूटा क्या. अखिलेश यादव से संबंध पर संध्या तो कुछ नहीं बोलीं, लेकिन अनुजेश ने कहा कि मेरी काफी समय से बात नहीं हुई और संबंध सही नहीं हैं.

अनुजेश यादव ने कहा कि जब वो ही मुझे अपना बहनोई नहीं मानते तो मैं भी उन्हें अपना साला नहीं मानता हूं. वहीं, संध्या यादव ने कहा कि भाई-बहन का रिश्ता ही अलग होता है, जब वो (धर्मेंद्र यादव) ही रिश्ता तोड़ रहे हैं तो उसमें हम क्या कर सकते हैं, मैं बीजेपी के साथ कंफर्टेबल हूं.

 

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