
उत्तर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2021 की मतगणना दो मई सुबह 8 बजे से शुरू हुई और प्रत्याशियों के भाग्य के फैसले भी मत पेटियों से निकलने लगे. इस चुनाव में कई ऐसे प्रत्याशी चुनाव जीते हैं जिनका वर्षों से इलाके में वर्चस्व रहा है.
वहीं, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीटों पर जब प्रत्याशी नहीं मिले तो वहां गांव के लोग और वर्चस्व वाले लोग अपने अपने कैंडिडेट को चुनाव जितवाया. ऐसे में गोरखपुर जिले में एक फोटो खूब तेजी से वायरल हो रही है. वायरल फोटो किसी आम आदमी की नहीं, बल्कि एक रिक्शा चालक प्रधान का है.
इस मामले में गोरखपुर के पंचायती राज अधिकारी हिमांशु शेखर ठाकुर से बात हुई तो उन्होंने बताया कि वायरल हो रही फोटो खजनी ब्लॉक का है जो ग्राम प्रधान है. जब खजनी ब्लॉक में पता किया गया तो पता चला कि यह फोटो खजनी ब्लॉक के सतुआभार गांव में रहने वाले रिक्शा चालक धूपई प्रधान का है जो निर्वाचित हुए हैं.
मिली जानकारी के अनुसार, गांव की सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित थी. ऐसे में गांव के कुछ संभ्रांत लोगों ने रिक्शा चलाकर अपने परिवार की जीविका चलाने वाले 60 वर्षीय धूपई को चुनाव लड़ने की सलाह दी. गांव वालों का उन्हें भरपूर समर्थन भी मिला और वह 339 मतों से चुनाव जीत गए. क्षेत्र के लोगों में इस बात की खूब चर्चा है.
वहीं चुनाव जीतने के बाद धूपई का कहना है कि मैं थोड़ा कम पढ़ा लिखा हूं इसलिए रिक्शा चलाकर अपने और अपने परिवार का पेट पालता हूं. गांव वालों ने चुनाव लड़ने की सलाह दी और उनके सहयोग व समर्थन से मैं चुनाव जीत गया. अब मुझ पर परिवार की जिम्मेदारी के साथ गांव के लोगों की भी जिम्मेदारी आ गई है. मैं आशा करता हूं जैसा चुनाव जीतने के लिए गांव वालों ने मेरा समर्थन किया आगे भी उनके समर्थन और सहयोग से अपनी जिम्मेदारी को पूरा कर सकूं.
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