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उत्तर प्रदेश के बस अड्डों पर बनेंगे स्तनपान कक्ष, सरकार ने आवंटित किया बजट

सार्वजनिक स्थलों पर बच्चों को स्तनपान कराने में होने वाली समस्याओं को देखते हुए सरकार ने प्रदेश के बस अड्डों पर स्तनपान कक्ष बनवाने का फैसला किया है. सरकार ने इसके लिए बजट भी आवंटित कर दिया है.

प्रतीकात्मक तस्वीर प्रतीकात्मक तस्वीर
शिवेंद्र श्रीवास्तव
  • लखनऊ,
  • 26 अगस्त 2019,
  • अपडेटेड 12:52 PM IST

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने महिलाओं के लिए खास तोहफा दिया है. सार्वजनिक स्थलों पर बच्चों को स्तनपान कराने में होने वाली समस्याओं को देखते हुए सरकार ने प्रदेश के बस अड्डों पर स्तनपान कक्ष बनवाने का फैसला किया है. सरकार ने इसके लिए बजट भी आवंटित कर दिया है.

उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग के अनुसार 219 बस अड्डों को नवंबर तक माताओं और शिशुओं से संबंधित सुविधाओं से लैस कर दिया जाएगा. इन सुविधाओं के दायरे में स्तनपान कक्ष का निर्माण भी है. प्रत्येक बस अड्डे पर एक स्तनपान कक्ष का निर्माण कराया जाएगा.

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परिवहन विभाग ने इस योजना के लिए 2.5 करोड़ रुपये के बजट को भी मंजूरी दे दी है. विभाग की मानें तो बजट संबंधित बस अड्डों के कार्यालयों को आवंटित भी कर दिया गया है.  जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश में इस वक्त कुल 242 बस अड्डे काम कर रहे हैं. इनमें से 23 बस अड्डों को प्राइवेट पब्लिक पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर विकसित किया गया है.

पीपीपी मॉडल पर विकसित बस अड्डों पर भी होगा निर्माण

पीपीपी मॉडल पर विकसित प्रदेश के 23 बस अड्डों को को भी मातृत्व एवं शिशु सुविधाओं से लैस किया जाएगा. इन सभी बस अड्डों पर भी स्तनपान कक्ष का निर्माण कराया जाएगा.

गौरतलब है कि सार्वजनिक स्थलों पर अपने मासूम बच्चों को स्तनपान कराने में महिलाओं को कई तरह की दुश्वारियों का सामना करना पड़ता है. कई दफा उन्हें स्तनपान कराने से रोके जाने की घटनाएं भी सामने आती हैं.

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बता दें कि पिछले साल कोलकाता के एक मॉल में महिला को स्तनपान कराने से रोके जाने के बाद हंगामा मच गया था. एक महिला भूख से बेचैन अपने बच्चे को स्तनपान कराना चाहती थी, लेकिन मॉल प्रशासन ने उसे प्राइवेट स्पेस उपलब्ध कराने से इनकार करते हुए रोक दी थी.

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