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उन्नाव: खेल के दौरान बच्चों में मारपीट, नारे लगवाने का आरोप सही नहीं

उन्नाव पुलिस ने कहा है कि एफआईआर में जिन लोगों का नाम दर्ज कराया गया था वो घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे, और ये मामला आपसी कहासुनी का था, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई है. उन्नाव पुलिस के मुताबिक जांच में नारा लगवाने की बात सामने नहीं आई है.

मौलाना नईम मिस्बाही (ANI) मौलाना नईम मिस्बाही (ANI)
aajtak.in
  • उन्नाव,
  • 12 जुलाई 2019,
  • अपडेटेड 11:30 AM IST

उत्तर प्रदेश के उन्नाव में क्रिकेट के एक मामूली विवाद में एक पक्ष ने दूसरे पक्ष की पिटाई कर दी. उन्नाव के जामा मस्जिद के मौलाना नईम मिस्बाही ने दावा किया कि मदरसे के छात्रों के साथ बदसलूकी और पिटाई की गई है. मौलाना नईम मिस्बाही का आरोप है कि क्रिकेट खेल रहे बच्चों से जबरन धार्मिक नारा लगाने के लिए कहा गया. लेकिन पुलिस ने कहा है कि एफआईआर में जिन लोगों का नाम दर्ज कराया गया था वो घटनास्थल पर मौजूद ही नहीं थे.

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उन्नाव पुलिस के मुताबिक ये मामला आपसी कहासुनी का था, जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई है. उन्नाव पुलिस के मुताबिक जांच में नारा लगवाने की बात सामने नहीं आई है.

इस मामले में उन्नाव शहर के क्षेत्राधिकारी उमेश चंद्र त्यागी ने कहा कि गवर्नमेंट इंटर कॉलेज में क्रिकेट ग्राउंड पर दो समूहों के बीच झड़प हुई. इस दौरान जामा मस्जिद मदरसे के तीन बच्चे घायल हो गए.

उन्नाव पुलिस ने कहा कि केस की जांच के लिए 3 टीमों का गठन किया गया. पुलिस के मुताबिक जांच के दौरान चश्मदीदों के बयान, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल की सीडीआर से यह पता चला कि जिन लड़कों के खिलाफ पीड़ितों द्वारा मुकदमा लिखवाया गया था, उनकी मौजूदगी घटनास्थल पर थी ही नहीं.

उन्नाव पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा कि क्रिकेट खेलने के दौरान मैदान पर बनी सीढ़ियों पर कुछ लड़के बैठे थे. इस दौरान मदरसे से आए बच्चों के साथ उनकी कहासुनी हुई, फिर दोनों पक्ष के लड़कों में मारपीट हुई. पुलिस का कहना है कि जांच में नारा लगवाने की बात सामने नहीं आई है. पुलिस ने इस मामले में संकेत भारती नाम के एक लड़के को गिरफ्तार किया है और उससे पूछताछ कर रही है.

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