
काशी विश्वनाथ मंदिर के पास प्रतिबंधित क्षेत्र में विराजमान मां श्रृंगार गौरी के दर्शन की मांग तेज होती जा रही है. अब इस मामले में वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन की अदालत में वाद दायर किया गया है. 5 महिलाओं की ओर से दायर इस वाद में श्रृंगार गौरी मंदिर में रोजाना दर्शन पूजन समेत अन्य मांगों को रखा गया है.
वहीं, कोर्ट भी इस मामले में सुनवाई के लिए तैयार हो गया है. कोर्ट ने मौके की स्थिति को जानने के लिए वकीलों का एक कमीशन गठित करने अधिवक्ता कमिश्नर नियुक्त करने और तीन दिन के अंदर पैरवी का आदेश दिया है. इस मामले में अगली सुनवाई 24 सितंबर को होनी है.
कोर्ट ने भेजा नोटिस
मामले में सुनवाई के लिए राजी हुई कोर्ट ने सभी पांच प्रतिवादियों मुख्य सचिव यूपी, वाराणसी जिला प्रशासन, वाराणसी पुलिस कमिश्नर, अंजुमन इंतजामिया मस्जिद कमेटी, काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट को नोटिस भी भेजा है. महिलाओं ने श्रृंगार गौरी के दर्शन की मांग को लेकर ऐसे समय में कोर्ट का रुख किया है, जब काशी विश्वनाथ मंदिर और उसी परिक्षेत्र में स्थित ज्ञानवापी के 1992 से चल रहे मामले में स्थानीय अदालत में सुनवाई चल रही है. हालांकि, उस मामले के जल्द निपटने की उम्मीद नहीं है.
वादी महिलाओं के पीछे 'हिंद साम्राज्य पार्टी' का हाथ
इस मामले को लेकर जिन 5 महिलाओं ने कोर्ट का रुख किया है, उनमें से चार वाराणसी की हैं. बताया जा रहा है कि इस पूरी कानूनी लड़ाई को शुरू करने के पीछे नई राजनैतिक पार्टी 'हिंद साम्राज्य पार्टी' का हाथ है. यह पार्टी यूपी विधानसभा चुनाव में भी उतर सकती है.
केस के बारे में जानकारी देते हुए विश्व वैदिक सनातन संघ के प्रमुख और हिंदू साम्राज्य पार्टी के से जुड़े जिंतेंद्र सिंह बिसेन ने बताया कि सनातन पर लगे कलंक को मिटाने का काम सुप्रीम कोर्ट के वकील हरिशंकर जैन द्वारा चल रहा है. काशी की महिलाओं ने हरिशंकर जैन के सामने अपनी पीड़ा रखी कि काशी विश्वनाथ मंदिर के नजदीक श्रृंगार गौरी मंदिर में पूजन जो 25 वर्षों पहले निरंतर होता था, इसे बिना किसी आदेश के बंद कर दिया गया. इसके बाद ये मामला कोर्ट में फाइल किया गया.
वादी महिलाओं ने रखी ये मांगें
- मां श्रृंगार गौरी के मंदिर में पूर्व की तरह दर्शन पूजन शुरू हों.
- गणेश, हनुमान, नंदी जो प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष देवता परिक्षेत्र में विघमान है, उनकी स्थिति जानने के लिए एक कमीशन बनाया जाए.
रिपोर्ट के बाद शुरू होगा ट्रायल
कोर्ट ने महिलाओं की प्रमुख कमीशन बनाने की मांग को मान लिया है. वकीलों का कमीशन इस मामले में रिपोर्ट पेश करेगा. इसके बाद ही ट्रायल शुरू होगा. जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि मौजूदा भाजपा सरकार का कांग्रेसीकरण हो गया है और 15 अगस्त को भी लाल किले से पीएम मोदी ने नेहरू का महिमामंडन किया है. उन्होंने कहा, हिंदुत्व को लेकर जो काम होने थे, वो नहीं हुए. इसलिए उन्होंने मजबूरी में एक पार्टी बनाई है.