
कोरोना महामारी की दूसरी लहर ने अच्छे-अच्छों को उनकी हैसियत याद दिला दी. चाहे वह आम हो या फिर खास, सभी अपनों को खोते चले जा रहे हैं. उन्हीं खास लोगों में से एक बीजेपी काशी क्षेत्र के अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष हाजी अनवर अहमद अंसारी भी हैं. इनकी सिर्फ यही पहचान नहीं है, ये उन छह खुशनसीब कोरोना वॉरियर्स में से एक हैं जो पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र से आते थे. पीएम मोदी ने 9 जुलाई 2020 को खुद वर्चुअली संवाद करके इनकी तारीफों के पुल बांधे थे. इसके साथ ही उन्हें पीएमओ की ओर से प्रशस्ति पत्र भी भेजा गया था.
पिछले साल और इस बार की कोरोना महामारी में भयावहता का फर्क है. परिस्थितियां भी उसी तरह बदल चुकी हैं. पिछले साल लॉकडाउन के दौरान बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के अध्यक्ष हाजी अनवर अहमद अंसारी ने जरूरतमंदों तक खाने के पैकेट, ग्लव्स और मास्क पहुंचाया था. लेकिन कोरोना की दूसरी लहर ने सबकुछ बदल दिया.
पिछली बार हजारों लोगों की मदद करने वाले हाजी अनवर इस बार अपने परिजन की मदद नहीं कर सके. वाराणसी में उनकी भाभी की मौत इसलिए हो गई, क्योंकि उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में एक बेड नहीं मिल सका. लचर व्यवस्था से नाराज होकर हाजी अनवर ने अपने एफबी पेज पर लिखा, 'बनारस में बेड की कमी की वजह से दिनांक 17-04-2021 को मेरी भाभी का इंतकाल हो गया. जबकि संगठन के मानिंद लोगों को कॉल भी किया लेकिन किसी ने एक बेड तक का इंतजाम नहीं करवाया.
जब हम लोगों की ये हालत है तो आम आदमी का क्या होगा, ऊपर वाला ही अपना रहम करे. नीचे वाले तो पत्थर दिल हैं अगर समय पर इलाज मिलता तो शायद उनकी जान बच जाती. मेरे प्यारे भाइयों और बहनों अपना ख्याल रखो, नहीं तो खुदा ना करे ऐसा किसी के साथ हो. लोग इलाज के बगैर ही दम तोड़ देंगे, मरीज़ अल्लाह पाक मरहूमा की मगफिरत करें.'
इस पोस्ट में अपनी भाभी की मौत के बारे में बताते हुए बीजेपी अल्पसंख्यक नेता हाजी अनवर अहमद अंसारी ने कहा कि उनकी भाभी कोविड पेशेंट थीं और पिछले हफ्ते 17 अप्रैल को उनकी भाभी का इंतकाल सिर्फ इसलिए हो गया, क्योंकि उनकी भाभी को इलाज के लिए बेड नहीं मिल सका. जबकि उन्होंने वाराणसी के सीएमओ, डीएम और भाजपा के संगठन के लोगों को भी कॉल किया. लेकिन कोई एक बेड तक नहीं दिलवा पाया.
उन्होंने कहा कि अगर समय रहते बेड मिल जाता तो शायद उनकी भाभी की जान बच जाती. उन्होंने सबसे अपील की कि अपने जान-माल की हिफाजत करें और बगैर जरूरी काम घर के बाहर नहीं निकलें. उन्होंने सीएम योगी और पीएम मोदी से बनारस पर ध्यान देने की मांग की है. संगठन के लोगों से भी फिलहाल राजनीति छोड़कर लोगों को बचाने की अपील की है.