
वाराणसी के निर्माणाधीन काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के पास मंगलवार सुबह बड़ा हादसा हुआ. सुबह-सुबह काशी विश्वनाथ धाम में एक जर्जर भवन गिर गया है. इस हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 6 घायल बताए जा रहे हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी डीएम को फोन करके हालात की जानकारी ली और मदद का भरोसा दिया.
हादसे की सूचना पाकर मौके पर वाराणसी जिला प्रशासन के आला-अधिकारी पहुंच गए हैं. जर्जर भवन के मलबे को हटाने का काम जारी है. इसमें एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद भी ली जा रही है. अभी तक मलबे से दो मजदूरों की लाशें मिली है. साथ ही 6 मजदूरों को घायल अवस्था में बाहर निकाला गया है.
सभी घायलों को स्थानीय अस्पताल में एडमिट कराया गया है. प्रशासन के अधिकारियों का कहना है कि कॉरिडोर के निर्माण में पश्चिम बंगाल के मालदा के रहने वाले मजदूर काम कर रहे थे, यह सभी पास के एक भवन में रह रहे थे, सुबह जर्जर भवन भर-भराकर गिर गया, अभी दो लोगों की मौत हुई है.
गोयनका छात्रावास का कुछ हिस्सा गिरा
वाराणसी में मंगल का दिन उस वक्त अमंगल साबित हो गया जब तड़के सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर के गंगा घाट की छोर वाले इलाके में स्थित जर्जर दो मंजिला गोयनका छात्रावास का कुछ हिस्सा भरभरा कर गिर गया. छात्रावास के रसोई का हिस्सा पूरी तरह से जमींदोज हो गया.
जब यह हादसा हुआ उस वक्त करीबन 8 मजदूर उसी में सो रहे थे. हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई, जबकि 6 घायल हो गए. सभी को पुलिस और एनडीआरएफ की मदद से वाराणसी के मंडलीय अस्पताल कबीर चौरा लाया गया. सभी मजदूर पश्चिम बंगाल के मालदा के बताए जा रहे हैं. बताया जा रहा है कि भवन पहले से ही जर्जर हो रखा था.
मुआवजे का ऐलान
सरकार और मंदिर प्रशासन की ओर से मुआवजे का ऐलान किया गया है. मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद की जाएगी.