
उत्तर प्रदेश के वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद मामले में अगली सुनवाई 26 फरवरी को है. शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद के शिष्य और प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की ओर से मामले में पक्षकार बनने की सुनवाई जारी है. अभी तक इस मामले में कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद को पक्षकार बनाये जाने के प्रार्थना पत्र पर सुनवाई चल रही है.
वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी मस्जिद मामले में नई पार्टी बनने के लिए शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद के शिष्य और प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के प्रार्थना पत्र पर मंदिर पक्ष ने आपत्ति दर्ज कराई है. वहीं मस्जिद पक्ष ने भी आपत्ति के लिए समय मांगा, जिस पर सिविल जज सिनीयर डिविजन फास्ट ट्रेक कोर्ट की अदालत ने 26 फरवरी की तारीख दी है. इसके अलावा वाराणसी के ही जिला जज की अदालत में जूरिडिक्शन के मामले और हाई कोर्ट में प्लेस ऑफ वरशिप एक्ट के मामले में भी सुनवाई चल रही है.
बता दें कि 1991 से चल रहे वाराणसी कचहरी में काशी विश्वनाथ मंदिर और उसी परिक्षेत्र में स्थित ज्ञानवापी मस्जिद मामले में वाराणसी के सिविल जज सिनीयर डिविजन फास्ट ट्रेक कोर्ट की अदालत में पिछली तारीख पर ही शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती के शिष्य और प्रतिनिधि स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने नया पक्षकार बनने के लिए प्रार्थना पत्र दाखिल किया था, जिस पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने वादी मंदिर और प्रतिवादी मस्जिद पक्ष की मौखिक आपत्तियों को सुनाए, जिसके बाद कोर्ट ने 11 फरवरी की अगली तारीख नियत करते हुए लिखित आपत्तियां मांगी थीं.