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नोटबंदी : मोदी की काशी में अभी भी परेशान हैं लोग

दहीबड़े की दुकान लगाने वाले रमेश अग्रवाल पीएम मोदी के इस फैसले की खुलकर तारीफ करते है, लेकिन कहते है इससे लोगों का खर्च कम हो गया जिसके कारण उनकी रोजीरोटी पर भी खतरा मंडराया है.

नोटबंदी के एक महीने बाद भी परेशान लोग नोटबंदी के एक महीने बाद भी परेशान लोग
लव रघुवंशी
  • वाराणसी,
  • 08 दिसंबर 2016,
  • अपडेटेड 11:16 AM IST

नोटबंदी के एक महीना पूरा होने के बाद भी इसको लेकर मचा कोहराम थमने का नाम नहीं ले रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी लोग नोटबंदी से परेशान है, यहां के बैंक, एटीएम सभी लंबी लाइनों से भरे हुए है, जिससे स्थानीय लोग तो परेशान हैं ही साथ ही काशी आने वाले पर्यटक भी काफी परेशान हैं.

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दहीबड़े की दुकान लगाने वाले रमेश अग्रवाल पीएम मोदी के इस फैसले की खुलकर तारीफ करते है, लेकिन कहते है इससे लोगों का खर्च कम हो गया जिसके कारण उनकी रोजीरोटी पर भी खतरा मंडराया है. इसी प्रकार कपड़े की दुकान लगाने वाले समीर का मानना है इस फैसले से कालेधन पर कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन उनका रोजगार जरूर ठप हो जाएगा.

नोटबंदी के कारण गृहणियों को भी घर चलाने में काफी परेशानी आ रही है, रोजमर्रा के खर्च से लेकर बच्चों की फीस तक लगभग हर जगह परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बनारस अपनी साड़ियों के लिए विश्वप्रसिद्ध है लेकिन लगातार इसका व्यापार घट रहा है, नोटबंदी से परेशान दुकानदार कहते है कि कार्ड से पेमेंट लेने के लिए का इंतजाम करने के बावजूद बिक्री में भारी गिरावट आई है.

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यही हाल बनारस के लंका इलाके और बाबा विश्वनाथ मंदिर के पास के दुकानदारों का है, सभी दुकानदार मोदी सरकार से खफा भी हैं. दुकानदार आर.के. चौधरी कहते है कि सरकार ने फैसला थोप तो दिया है, लेकिन कैशलेस मशीनें उपलब्ध नहीं कराईं हैं.

गौरतलब है कि पूरे देश में नोटबंदी के फैसले के बाद से ही लोगों को कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.

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