Advertisement

वाराणसी: एक मौत के बाद टूटी नींद, चार मंजिला इमारत पर चला बुलडोजर

वाराणसी के दशाश्वमेध थाने से चंद कदम की दूरी पर बन रहे अवैध 4 मंजिला इमारत को जमींदोज कर दिया गया है. इस अवैध निर्माणाधीन इमारत से गिरी ईट की चपेट में बीते दिनों एक युवती उस वक्त आ गई थी, जब वह काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करके वापस अपने घर लौट रही थी. इसके बाद वाराणसी प्रशासन की नींद टूटी.

चार मंजिला इमारत पर चला बुलडोजर चार मंजिला इमारत पर चला बुलडोजर
रोशन जायसवाल
  • वाराणसी,
  • 21 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 3:51 PM IST

एक मौत के बाद वाराणसी विकास प्राधिकरण की नींद टूट चुकी है और आज जाकर अवैध निर्माणाधीन इमारत पर बुलडोजर चलाकर उसे जमींदोज करने की कार्रवाई शुरू हो गई है. यह कार्रवाई वाराणसी के दशाश्वमेध थाने से चंद कदम की दूरी पर बन रहे अवैध 4 मंजिला इमारत पर की गई. 

इस अवैध निर्माणाधीन इमारत से गिरी ईट की चपेट में बीते दिनों एक युवती उस वक्त आ गई थी, जब वह काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करके वापस अपने घर लौट रही थी. युवती की मौत के बाद वाराणसी विकास प्राधिकरण जागी और कार्रवाई के तहत आज अवैध निर्माणाधीन इमारत पर बुलडोजर चल गया.

Advertisement

जब कोई बड़ी घटना घटती है, तभी सरकारी महकमे की नींद टूटती है. इसी ढर्रे के चलते वाराणसी में एक युवती की मौत 7 सिंतबर की रात उस वक्त हो गई, जब वह काशी विश्वनाथ मंदिर दर्शन करके चंदौली के रामनगर इंडस्ट्रियल एरिया स्थित अपने घर की ओर वापसी कर रही थी कि तभी 21 वर्षीय मुस्कान घोष के सिर पर आ गिरी और वह अचेत हो गई.

मुस्कान घोष (फाइल फोटो)

तत्काल घायल युवती को BHU के ट्रामा सेंटर ले जाया गया, लेकिन तबतक उसकी मौत हो गई थी. इस मौत के बाद वाराणसी विकास प्राधिकरण की नींद टूटी और पहले से घोषित अवैध निर्माण पर आज बुलडोजर चलाने की कार्रवाई की गई जो कई महीने पहले ही हो जानी थी. आज अवैध निर्माणाधीन इमारत के जमींदोज करने की कार्रवाई के दौरान मौके पर भारी पुलिस फोर्स और VDA की टीम भी मौजूद थी.

Advertisement

VDA के संयुक्त सचिव परमानंद यादव ने बताया कि अवैध रूप से बन रही बिल्डिंग के खिलाफ अप्रैल 2022 में नोटिस निर्गत किया गया था कि काम बंद कराया जाए और संबंधित थाने पर भी लेटर भेजा गया था कि काम बंद हो, बिल्डिंग के ध्वस्तीकरण का आदेश जुलाई 2022 में भी पारित कर दिया गया था, जिसमें निर्माणकर्ता को एक महिने का वक्त दिया जाता है कि वह अपना निर्माण हटा ले नहीं तो आगे कार्रवाई की जाती है, जिसके बाद निर्माणकर्ता के द्वारा निर्माण को नहीं हटाया गया और एक दुखद घटना भी हुई और अब ध्वस्तीकरण की कार्रवाई कराई जा रही है.

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement