
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के पार्टी की कमान संभालते ही पार्टी में काफी बड़े बदलाव देखने को मिल सकते हैं. इस बदलाव में दो भाई एक बार फिर साथ आ सकते हैं. सुल्तानपुर से बीजेपी सांसद और राहुल गांधी के चचेरे भाई वरुण गांधी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. इस पर फैसला राहुल को लेना है.
आगरा के कई स्थानीय कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मानें तो वरुण को बीजेपी उनके कद के मुताबिक इज्जत नहीं मिली है. पार्टी में उन्हें नजरअंदाज किया गया है, उनमें मुख्यमंत्री बनने की क्षमता थी.
इंडिया टुडे से खास बात करते हुए मुस्लिम नेता हाजी जमीलुद्दीन का कहना है कि बीजेपी में वरुण को नजरअंदाज किया गया है, बीजेपी में पीएम मोदी के अलावा और किसी को अपनी बात कहने का हक नहीं है. फिर भी वरुण ने लगातार अपनी बात को रखा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी की कई समर्थकों ने यूपी सीएम के लिए वरुण का नाम आगे करने की मांग की थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
वरिष्ठ कांग्रेस नेता हाजी मंजूर अहमद ने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले वरुण कांग्रेस में आ सकते हैं, अगर ऐसा होता है तो राहुल-वरुण की जोड़ी बड़ा कमाल कर सकती है. उन्होंने कहा कि प्रियंका वाड्रा और वरुण गांधी में हमेशा अच्छे संबंध रहे हैं. वरुण को कांग्रेस में लाने के लिए प्रियंका एक बड़ा रोल निभा सकती हैं.
गौरतलब है कि वरुण गांधी हो या फिर राहुल गांधी, दोनों की तरफ से कभी खुले तौर पर एक दूसरे के खिलाफ कोई बयानबाजी नहीं हुई है. यही कारण है कि इन संकेतों को तवज्जो मिल रही है. लेकिन अगर ऐसा होता है तो गांधी परिवार करीब 35 साल बाद फिर एक साथ होगा.
आपको बता दें कि वरुण गांधी समय-समय पर अपनी बात रखते आए हैं, हाल ही में रोहिंग्या मुद्दे उन्होंने केंद्र सरकार की लाइन से अलग हटके बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि भारत को रोहिंग्या मुसलमानों की मदद करनी चाहिए और अतिथि देवो भव: का पालन करना चाहिए.