Advertisement

पीड़िता के पिता का बयान- आसाराम की दया याचिका राजनीतिक दांव

लंबे समय से जेल में सजा काट रहे संत आसाराम को कोर्ट से कोई रियायत नहीं मिलती दिख रही है तो उन्होंने अब राज्यपाल से गुहार लगाई है कि उनकी उम्र को देखते हुए सजा कम कर दी जाए.

आसाराम बापू (फाइल फोटो) आसाराम बापू (फाइल फोटो)
विवेक पाठक/शिवेंद्र श्रीवास्तव
  • शाहजहांपुर,
  • 11 सितंबर 2018,
  • अपडेटेड 7:03 PM IST

नाबालिग लड़की से यौन उत्पीड़न के मामले में सजा काट रहे कथावाचक आसाराम बापू ने राजस्थान के राज्यपाल को दया याचिका भेजकर पर माफ किए जाने की गुहार लगाई है.

जानकारों की मानें तो आगामी लोकसभा चुनावों के चलते आसाराम बापू ने यह चाल चली है. क्योंकि आसाराम बापू को पता है कि चुनाव के ठीक पहले अगर राजस्थान सरकार किसी भी तरह की रियायत देने का मन बनाती है तो वह और उनके समर्थक भाजपा के साथ खड़े हो जाएंगे और इसका सीधा फायदा चुनाव में मिलेगा.

Advertisement

इस मामले में शाहजहांपुर में पीड़ित लड़की के पिता ने कहा कि आसाराम बापू की चाल सरकार को वोटों का लालच दिलाना है. क्योंकि अगर राजस्थान सरकार आसाराम बापू के पक्ष में कोई कदम उठाती है तो आसाराम बापू के लाखों समर्थक सरकार के लिए नरम हो जाएंगे और इसका फायदा चुनाव के दौरान मिलने की संभावना बढ़ जाएगी. पीड़िता के पिता ने यह भी कहा कि अगर ऐसा होता है तो बेहद गलत होगा.

पीड़िता के पिता ने कहा कि आसाराम बापू एक शैतान हैं जिसे किसी भी तरीके की रियायत नहीं मिलनी चाहिए. पिता ने कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है और उम्मीद है पीड़ित लड़की के साथ पूरा न्याय होगा.

फिलहाल इस मामले में राजस्थान सरकार की तरफ से कोई भी आधिकारिक बयान नहीं आया है लेकिन सूत्र बताते हैं कि सरकार सारी स्थितियों को समझ कर ही कोई कदम उठाने के पक्ष में हैं.

Advertisement

बता दें कि 16 साल की पीड़िता ने अपनी शिकायत में बताया था कि आसाराम ने उसे 5 अगस्त, 2013 की रात जोधपुर के मनई इलाके स्थित अपने आश्रम बुलाया और उसके साथ रेप किया. पीड़िता यूपी के शाहजहांपुर से ताल्लुक रखती है और आसाराम के मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा स्थित आश्रम में पढ़ती थी.

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement