
विश्व हिंदू परिषद की फायरब्रांड नेता और विवादित बयानों के लिए मशहूर साध्वी प्राची एक बार फिर सुर्खियों में हैं. मेरठ के प्रह्लाद नगर पहुंचीं साध्वी ने स्थानीय लोगों से बातचीत के बाद कहा कि यहां पलायन हुआ है. मुख्यमंत्री को गलत रिपोर्ट दी गई है. सरकार को दोबारा जांच कमिटी बनाकर इस मामले की जांच करानी चाहिए. पिछले दिनों मेरठ के थाना लिसाड़ी गेट इलाके के प्रह्लाद नगर में 200 हिंदू परिवारों में से कुछ के पलायन की रिपोर्ट्स आई थीं. कहा गया था कि वहां कई मकानों पर 'बिकाऊ है' लिखा है.
साध्वी ने इस दौरान मॉब लिंचिंग और लव जिहाद जैसे मामलों पर बेबाक बयान दिए. उन्होंने कहा, कई मामलों में हिंदू भी मारे गए हैं क्या वह मॉब लिंचिंग नहीं है. झारखंड में हुई मॉब लिंचिंग पर इतना हंगामा हो रहा है. जबकि कई हिंदू भी भीड़ का शिकार हुए हैं, क्या वह मॉब लिंचिंग नहीं थी. उन्होंने कहा, जो लोग इस पर हाय-हाय कर रहे हैं, वह अफजल गुरु और याकूब मेनन के जनाजे में थे.
वहीं पश्चिम बंगाल की सांसद नुसरत जहां के सिंदूर और मंगलसूत्र पहनने पर मचे बवाल को लेकर उन्होंने अपनी राय रखी. साध्वी ने कहा, मुझे मौलानाओं की बुद्धि पर तरस आता है, जिन्हें एक मंगलसूत्र और एक चुटकी सिंदूर हजम नहीं हुआ. यह जायज नहीं है. वीएचपी नेता ने कहा, लाखों हिंदू लड़कियों को लव जिहाद में फंसाकर काले लबादे में लपेट देना क्या यह जायज है.
मेरठ से पलायन के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अपनाते हुए आईजी और एसएसपी का तबादला कर दिया था. उन्होंने कहा था मेरठ से कोई पलायन नहीं हुआ है. उत्तर प्रदेश में हम लोगों के आने के बाद पलायन कौन करेगा. सबसे संवेदनशील कैराना और कांधला था. कैराना में 2017 से पहले क्या स्थिति थी...अब क्या स्थिति है. कुछ लोग उल्टा आरोप लगाना चाहते हैं. हम लोगों के रहते सूबे के अंदर कोई पलायन नहीं हो सकता.