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कांग्रेस ने साजिश के तहत संतों और सेना के अधिकारियों को फंसाया: योगी आदित्यनाथ

बीजेपी सांसद ने आगे कहा, 'इशरत जहां केस के बाद अब देश के सामने कांग्रेस का वीभत्स चेहरा सामने आया है.'

बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ
स्‍वपनल सोनल
  • गोंडा,
  • 15 मई 2016,
  • अपडेटेड 9:31 PM IST

गोरखपुर से बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने समझौता और मालेगांव ब्लास्ट मामले में कांग्रेस पर जबरदस्त हमला बोला है. उन्होंने रविवार को कहा कि कांग्रेस को संतों और सेना के अधिकारियों को फंसाने के लिए देश से माफी मांगनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'नेताओं के इशारों पर सेना के अधिकारी के यहां आरडीएक्स रखवाना देश के खिलाफ सबसे बड़ी साजिश है.'

बीजेपी सांसद ने आगे कहा, 'इशरत जहां केस के बाद अब देश के सामने कांग्रेस का वीभत्स चेहरा सामने आया है. समझौता धमाके और मालेगांव धमाकों के लिए संतों और सेना के खुफिया यूनिट के अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित को कटघरे में खड़ा करने के लिए कांग्रेस को देश की जनता से माफी मांगनी चाहिए. यूपीए सरकार का यह कृत्य देशद्रोह की सीमा में आता है.'

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कांग्रेस ने देश को कमजोर किया
योगी ने कहा कि कांग्रेस ने सेना की छवि धूमिल करने का अपराध किया है. समझौता एक्सप्रेस में कर्नल पुरोहित को पहले ही क्लीनचिट मिल चुकी है. मालेगांव धमाकों में भी एनआईए ने कह दिया है कि हमारे पास कोई साक्ष्य नहीं हैं. उन्होंने कहा, 'स्वाभाविक रूप से हूजी और सिमी से जुड़े हुए आतंकियों को क्लीनचिट देकर प्रज्ञा और कर्नल पुरोहित व हिन्दू संगठन को निशाना बनाने के लिए साजिश की गई. आतंकवाद के खिलाफ देशी की लड़ाई को कमजोर किया गया.'

'मजहब के आधार पर प्रदेश को बांट रही है सपा'
योगी आदित्यनाथ ने यूपी की सपा सरकार पर धर्म की राजनीति करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सपा ने मजहब के आधार पर प्रदेश को बांटने का काम किया है. समाजवादियों ने मुस्लिम लीग और जिन्ना को पुनर्जीवित करने का कुत्सित प्रयास किया है. गोंडा के एक निजी स्कूल के कार्यक्रम में शि‍रकत करने पहुंचे योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सपा का 2017 के विधानसभा चुनाव में राज्य में सफाया तय है. योगी ने कहा की राम मंदिर उनके लिए मुद्दा नहीं, बल्कि‍ जीवन का मिशन है.

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अखिलेश यादव की सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, 'आज पूरा प्रदेश अराजकता में धधक रहा है. कानून व्यवस्था ध्वस्त है. विकास की योजनाएं ध्वस्त पड़ी हुई हैं. हर जगह लूट-खसोट और अराजकता का तांडव है. चाहे किसान हो, मजदूर हो, बेरोजगार नौजवान हो, शिक्षक हो सभी त्रस्त हैं.'

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