
देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने आज रविवार को नई गाइडलाइंस जारी की हैं. मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारियों, मंडलायुक्तों को पत्र लिखकर निर्देश जारी किए हैं. साथ ही कोरोना से जुड़े कन्टेनमेंट जोन की निगरानी और सावधानियों के विषय में भी दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
गाइडलाइंस के मुताबिक कन्टेनमेंट जोन को छोड़कर बाकी सभी स्थानों में धर्म स्थलों के अंदर एक बार में एक स्थान पर 5 से अधिक लोगों को परमिशन नहीं मिलेगी. जबकि प्रदेश के सभी माध्यमिक शिक्षा और बेसिक शिक्षा संस्थानों में शिक्षण कार्य 30 अप्रैल तक बंद रहेगा, लेकिन जहां परीक्षाएं होनी वहां कोरोना गाइडलाइन का पालन कराते हुए इसे संपन्न कराया जाए. इसके अलावा प्रदेश के सभी कोचिंग संस्थान भी 30 अप्रैल तक बंद रहेंगे. हालांकि ऑनलाइन क्लास चलाई जा सकती हैं.
गाइडलाइंस के मुताबिक किसी भी बंद स्थान की निर्धारित क्षमता का 50 प्रतिशत लेकिन एक समय में ज्यादा से ज्यादा 50 लोग ही जा सकेंगे. इसके लिए सभी को फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्कैनिंग और सैनेटाइजर या हाथ धोने की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. वहीं खुले मैदान में क्षेत्र के क्षेत्रफल का 50 प्रतिशत या एक समय में ज्यादा से ज्यादा 100 लोगों की अनिवार्यता रहेगी. जिसमें सभी को फेस मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग, थर्मल स्कैनिंग और सैनेटाइजर या हाथ धोने की व्यवस्था का होना अनिवार्य होगा.
नाइट कर्फ्यू के लिए निर्देश
सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस के मुताबिक ऐसे जिले जहां प्रतिदिन 100 से ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं या कुल एक्टिव केस 500 से ज्यादा हैं तो ऐसे जिलों में रात 9 बजे से सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू लगाया जाएगा. गाइडलाइन में रेलवे स्टेशनों पर भी खास सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं.
रेलवे स्टेशन पर आने वाले सभी यात्रियों की स्क्रीनिंग और एंटीजन टेस्ट और जरुरत पड़ने पर आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने के निर्देश दिए गए हैं. साथ ही निर्देश दिए गए हैं हैं कि समर स्पेशल ट्रेनों के जरिये अधिक यात्री आने के चलते सभी यात्रियों का परीक्षण कराने के लिए पर्याप्त टीमें लगाई जाएं.
इसके अलावा लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर, आगरा, झांसी, बरेली, मेरठ, गाजियाबाद, मथुरा, आजमगढ़, अयोध्या, बस्ती, मुरादाबाद, अलीगढ़ और पं. दीन दयाल नगर के सभी जिलाधिकारी और पुलिस अधिकारी से संक्रमण को रोकने के लिए की गयी व्यवस्थाओं की एक रिपोर्ट भी प्रेषित करने के निर्देश शामिल हैं.