
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री (Deputy CM) बृजेश पाठक आज अचानक लखनऊ के श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल (Shyama Prasad Mukherjee Civil Hospital) पहुंचे, जहां उन्होंने अस्पताल का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. इस दौरान वे व्हीलचेयर और स्ट्रेचर को देखकर भड़क गए. उन्होंने अस्पताल के सीएमएस से पूछा कि आखिर यह कैसी व्यवस्था है, जहां व्हीलचेयर की हालत ठीक नहीं है. तीमारदार अपने मरीज को कैसे व्हीलचेयर पर ले जाएगा, जब उसमें आगे का छोटा मूविंग पहिया ही नहीं है. पाठक ने कहा कि क्या आप लोग कभी विजिट करके इन सब चीजों को देखते नहीं हैं.
इस दौरान एक और व्हीलचेयर को उप मुख्यमंत्री ने देखा. उन्होंने कहा कि इस बड़े पहिए की हालत ठीक नहीं है, जब मरीज व्हीलचेयर पर बैठेगा तो गिर जाएगा. वहीं बगल में ही खड़े अस्पताल के सीएमएस से पूछा कि क्या आप लोग ध्यान नहीं देते हैं इन सब चीजों पर? एक भी व्हील चेयर हालत ठीक नहीं है. इस दौरान उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारियों और चिकित्सकों के साथ एक बैठक भी की. उन्हें अस्पताल को दुरुस्त करने की हिदायत दी.
'प्रशासनिक अफसरों और डाक्टरों के साथ की बैठक'
लखनऊ के मुख्य चिकित्सा अधिकारी मनोज अग्रवाल ने बताया कि उप मुख्यमंत्री सिविल अस्पताल आए. उन्होंने अस्पताल का भ्रमण कर निरीक्षण किया. डिप्टी सीएम ने यहां के प्रशासनिक अफसरों और चिकित्सकों के साथ बैठक की. उन्होंने सरकार का एजेंडा बताया कि आखिर सरकार स्वास्थ्य विभाग में क्या बदलाव चाहती है, जिससे व्यवस्थाओं को दुरुस्त किया जा सके. सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का प्रतिनिधि होने के नाते मैं कह सकता हूं कि सरकार का जो एजेंडा स्वास्थ्य विभाग को लेकर है, उसमें हम पूरा काम करेंगे.
'शिकायत मिलने पर अस्पतालों में करते हैं छापेमारी'
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि हम लोग अस्पतालों में छापेमारी करते हैं, जहां शिकायत मिलती है. फिर उसे दोषी मिलने के उपरांत कार्रवाई की जाती है. बता दें कि बीते रोज दो लड़कियों की मां को गोद में लेकर अस्पताल ले जाने की तस्वीर वायरल हुई थी. इसके बाद बृजेश पाठक ने आज सिविल अस्पताल का निरीक्षण किया और अस्पताल प्रबंधन को एक सप्ताह के भीतर कमियों को दूर करने का निर्देश दिया है.