पिता मुलायम सिंह यादव के पंचतत्व में विलीन होने के बाद अब अखिलेश यादव की सियासी राह अब बेहद मुश्किल हो गई है. अखिलेश के सामने काफी चुनौतियां हैं..नेता जी के जाने के बाद सबसे पहले तो अखिलेश को यादव कुनबे को एकसाथ लेकर चलना है. लेकिन चुनौती सिर्फ इतनी ही नहीं है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के सामने ना ही सिर्फ यादव वोट को साधे रखने का लक्ष्य है बल्कि मुलायम सिंह यादव के एमवाई फैक्टर को भी साधे रखने की चुनौती है.