जमीयत-ए-उलेमा हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने ऐलान किया कि अब मदरसों के संचालन के लिए उन्हें किसी भी तरह की सरकारी मदद या दान की जरूरत नहीं है क्योंकि अगर कोई दान दिया जाता है तो फिर सरकार अपने नियम भी थोपेगी.