अलीगढ़ के ताले देश ही नहीं, विदेशों में भी मशहूर हैं. कहा जाता है कि अलीगढ़ के तालों की चाबी अगर खो जाए तो इसको तोड़ना आसान नहीं होता, इसलिए इनकी मजबूती की मिसाल हर तरफ दे जाती है. यहां पर तालों के बनने का इतिहास करीब 130 साल पहले शुरू हुआ था, जब जॉनसंस एंड कंपनी ने यहां से ताले बनाने की शुरुआत की थी. आज अलीगढ में ताला बनाने वाली करीब 5 हजार कंपनियां काम करती हैं. जिसमें लाखों लोग काम करते है. आखिर जिस ताले पर आपको इतना भरोसा है वो बनता कैसे है, जानिए आजतक संवाददाता वरुण सिन्हा की इस रिपोर्ट में.