आखिर जिन्ना को याद करने का अखिलेश का संदर्भ क्या है ? जवाब मिला मैं क्यों बताऊं, सवाल पूछने वाले फिर से किताब पढ़ें. क्या अखिलेश यादव जिन्ना को याद करके ध्रुवीकरण करना चाहते हैं? इस सवाल का जवाब समझने के लिए ये जानिए कि जिन्ना का नाम अखिलेश ने हरदोई में लिया है. हरदोई जहां पांच विधानसभा सीट आती हैं. चार सीट पर मुस्लिम वोटर 18 से 23 फीसदी तक हैं. क्या मुस्लिम वोट को अपनी राजनीति की बोतल में उतारने के लिए जिन्ना के जिन्न को निकाला जाता है? तो सवाल उठता है कि मुस्लिम वोट तो पहले से अखिलेश यादव पाते आ रहे हैं? देखें ये रिपोर्ट.