देश में कोरोना के मरीज जितनी तेजी से बढ़े, उतनी तेजी से हॉस्पिटल में बेड, वेंटिलेटर्स या ऑक्सीजन सिलिंडर नहीं बढ़े. साथ में रिकवरी रेट भी बढ़ी और ज्यादातर लोग घर में रह कर ही ठीक हुए. ऐसे ही कोरोना वारियर कानपुर के पूर्व सीएमओ डॉ रजनीकांत गुप्ता हैं जिन्हें कोरोना पॉजिटिव होने के बाद अस्पताल में बेड नहीं मिला. डॉ गुप्ता ने घर पर रह कर ही ये लड़ाई लड़ने की ठानी और जीत हासिल की. देखें कैसे जीती जंग.