उत्तराखंड के चमोली में लगातार मौसम करवट बदल रहा है. दोपहर बाद रोजाना ऊंचाई वाली जगहों पर बर्फबारी हो रही है. वहीं बद्रीनाथ धाम से 20 किलोमीटर दूर सतोपंथ ट्रैक पर जबरदस्त बर्फबारी हुई है. इस वर्ष अक्टूबर में ही सतोपंथ ट्रैक पूरी तरह से बर्फ की आगोश में आ गया है.
इस समय यहां का नजारा देखते ही बन रहा है. तस्वीरों में देख सकते हैं किस तरह से हर तरफ बर्फ की सफेदी दिखाई दे रही है. यहां 2 से 3 फीट की बर्फबारी हुई है, जिसके बाद पूरा सतोपंथ ट्रैक जबरदस्त बर्फ की आगोश में आ गया है, जिसका आनंद यहां पहुंचे ट्रेकरों ने जमकर लिया.
इस समय बद्रीनाथ धाम यात्रा के साथ सतोपंथ ट्रैक पर्यटकों के लिए खुला है. इस बार अक्टूबर जाते-जाते पहाड़ों में तमाम पहाड़ी चोटियों के साथ ही ऊंचाई वाली जगहों पर जमकर कुदरत मेहरबान दिखाई दे रही है. जहां पिछले वर्ष भारी बर्फबारी की कमी देखने को मिली थी, वहीं इस वर्ष अक्टूबर अंत से ही जबरदस्त बर्फबारी देखने को मिल रही है.
तस्वीर बद्रीनाथ धाम से आगे सतोपंथ ट्रैक की है, जहां जबरदस्त बर्फबारी हुई है. हर तरफ से बर्फ की सफेदी दिखाई दे रही है, जिसके साथ ही तमाम पहाड़ी इलाकों में जबरदस्त कड़कड़ाती सर्दी का सितम भी इस बार दिवाली से पूर्व ही शुरू हो चुका है. पहाड़ों में अमूमन दिवाली के बाद ही जबरदस्त सर्दी का सितम देखने को मिलता है.
इस बार दिवाली से पहले ही पहाड़ों में हाड़ कंप कंपा देने वाली सर्दी का सितम देखने को मिल रहा है, जिसका कारण है कि पहाड़ी चोटियों ने जबरदस्त बर्फ की चादर ओढ़ ली है, जिस कारण पहाड़ों में जहां एक ओर जबरदस्त बर्फबारी देखने को मिल रही है. वहीं कड़कड़ाती सर्दी से लोगों को दो-चार होना पड़ रहा है.
बद्रीनाथ धाम में ठंड बढ़ने पर प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था करा दी है. धाम की चोटियां बर्फ से ढक हुई हैं. द्वितीय केदार मद्महेश्वर, तृतीय केदार तुंगनाथ समेत चंद्रशिला आदि ऊंचाई वाले स्थानों में भी बर्फबारी हुई है. यमुनोत्री में भी बर्फबारी का तीर्थयात्रियों ने जमकर आनंद लिया.
पहाड़ों पर हो रही बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में भी पड़ने लगा है. मैदानी इलाकों में भी ठंडक बढ़ गई है. मौसम विभाग के मुताबिक, आने वाले दिनों में पहाड़ों पर जबरदस्त बर्फबारी का अलर्ट है, ऐसे में मैदानी इलाकों में भी ठंडक बढ़ेगी.