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उत्तराखंड में आफत की बारिश, चार लोगों की मौत, भूस्खलन के बाद 478 सड़कें बंद

उत्तराखंड में बारिश लोगों के लिए आफत बन गई है. शनिवार को हुई बारिश के बाद राज्य में चार लोगों की मौत हो गई जबकि कई इलाकों में भूस्खलन भी हुआ जिससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. सरकार ने राज्य में कुल 478 सड़कों को आवाजाही के लिए बंद कर दिया है.

प्रतीकात्मक फोटो. प्रतीकात्मक फोटो.
aajtak.in
  • देहरादून,
  • 14 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 11:50 PM IST

उत्तराखंड के कई इलाकों में लगातार बारिश जारी है जिससे चार लोगों की मौत हो गई. खासतौर पर कुमाऊं क्षेत्र में भारी बारिश के कारण जहां लोगों की जान गई है वहीं दो अन्य लापता भी हो गए हैं. वहीं अलग-अलग जगहों पर भूस्खलन के कारण नेशनल हाइवे पर समेत 478 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं,.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने बताया कि शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे की अवधि के दौरान कुमाऊं क्षेत्र के हलद्वानी में 337 मिमी, नैनीताल में 248 मिमी, चंपावत में 180 मिमी, चोरगलिया में 149 मिमी और रुद्रपुर में 127 मिमी बारिश हुई है.

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शुक्रवार को गणकोट गांव में बुद्ध मंदिर के पास भारी बारिश के कारण आवासीय इमारत का एक हिस्सा ढह जाने से मलबे में दब जाने से एक महिला की मौत हो गई, जिसकी पहचान देवकी उपाध्याय (75) के रूप में हुई है. एक अन्य घटना में पिथौरागढ़ के गणकोट में भूस्खलन में 22 साल के विपिन कुमार नाम के युवक की मौत हो गई.

राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, पंजाब के जालंधर के एक 45 साल के पर्यटक की पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में ज्योलिंगकांग गांव का दौरा करते समय ऑक्सीजन की कमी से मृत्यु हो गई.

अलग-अलग हादसों में कई लोगों की मौत

लोहाघाट के ढोरजा गांव में भारी बारिश के कारण गौशाला की छत गिरने से एक महिला की जान चली गई. पीड़िता की पहचान 58 साल की माधवी देवी के रूप में हुई है. दूसरी घटना लोहाघाट के मटियानी गांव में हुई जहां भूस्खलन से एक महिला की मौत हो गई. मृतक महिला की पहचान 60 वर्षीय शांति देवी के रूप में की गई है. घटना में जगदीश सिंह नाम का शख्स लापता हो गया है.

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उधमसिंह नगर जिले के कोंधा अशरफ गांव में अपने खेत में चारा काट रहे 38 वर्षीय गुरनाम सिंह पास में स्थित कैलाश नदी के जल स्तर में अचानक वृद्धि के बाद लापता हो गया. उसका शव अभी तक नहीं मिला है. वहीं एक गांव में बाढ़ का पानी भर जाने के बाद 500 लोगों को बाहर निकाला गया है.


 

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