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अल्मोड़ा: जानिए कौन हैं वो 36 लोग जिनकी बस हादसे में गई जान? 27 घायल अस्पताल में हैं भर्ती

अल्मोड़ा जिले के तहसील सल्ट में कुपि के पास गढ़वाल यूजर्स की 01 यात्री बस (UK12PA 0061 ) गिरने से एक बड़ा हादसा हो गया. बस में कुल 63 लोग सवार थे. जिसमें 36 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 27 का इलाज चल रहा है.

बस हादसे के बाद रेस्क्यू में जुटी बचाव टीम और मौके पर मौजूद लोग बस हादसे के बाद रेस्क्यू में जुटी बचाव टीम और मौके पर मौजूद लोग
अंकित शर्मा
  • अल्मोड़ा,
  • 04 नवंबर 2024,
  • अपडेटेड 9:34 PM IST

अल्मोड़ा जिले के तहसील सल्ट में कुपि के पास गढ़वाल यूजर्स की 01 यात्री बस (UK12PA 0061 ) गिरने से एक बड़ा हादसा हो गया. जिसमें 63 लोग सवार थे. ये यात्री बस पौड़ी से रामनगर जा रही थी. अभी तक 36 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है. मौके पर पुलिस,फायर, एसडीआरएफ़ व वन विभाग के साथ अन्य कई विभागों ने संयुक्त रेस्क्यू ऑपरेशन किया. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पौड़ी और अल्मोड़ा के संबंधित क्षेत्र के एआरटीओ प्रवर्तन को निलंबित करने के निर्देश भी दे दिए हैं. साथ ही सीएम ने पीड़ितों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपये की सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए.

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आयुक्त कुमाऊं मंडल को घटना की मजिस्ट्रेट जांच के निर्देश दिए गए हैं. वहीं, मरचूला बस हादसे में घायल 9 लोगों ने रामनगर के संयुक्त चिकित्सालय में दम तोड़ दिया हैं. एसएसपी अल्मोड़ा देवेन्द्र पीचा ने बताया कि अब तक 36 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. जिसमें मौके पर 28 व 8 लोगों ने रामनगर संयुक्तचिकित्सालय में दम तोड़ दिया. हादसे में कुल 27 लोग घायल हुए हैं. जिसमें से 4 लोगों का इलाज एम्स में चल रहा है. अभी तक कुल 60 लोगों की गिनती हो चुकी है.

डीजीपी ने कहा इन हादसों को रोकने के लिए उठाएंगे कदम

कार्यवाहक डीजीपी अभिनव कुमार ने बताया सुबह 9 बजे थाना सल्ट से जानकारी हमको मिली थी, इसके बाद प्रशासन और पुलिस के लोग तुरंत वहां पहुंचे. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तरफ से कड़े कदम उठाए गए हैं. दो एआरटीओ को ससपेंड कर दिया गया है.

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इसके साथ मुख्यमंत्री ने दिल्ली के अपने कार्यक्रम रद्द कर दिए हैं. वह खुद अल्मोड़ा जाकर पीड़ित परिवारों से मिलेंगे. डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा बीते सालों में एक्सीडेंट को लेकर ओवरलोडिंग, ड्राइवर का नींद में होना, बस की कंडीशन खराब होने को लेकर चीज़ें सामने आई हैं. मैंने सभी एसएसपी एसपी को कहा है पिछले तीन साल के हादसों की जांच की जानकारी दें. मंगलवार को मुख्यालय में क्राइम मीटिंग को लेकर हमारी बैठक है. उसमें भी ऐसे हादसे रोकने पर कदम उठाएंगे.

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2018 की याद हुई ताज़ा

2018 में पौड़ी के धुमाकोट में एक ऐसा ही घटना हुई थी. इस हादसे में 48 लोगों की मौत हो गई थी. 13 लोग घायल हुए थे. तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने जुलाई में गढ़वाल कमीशनर सुशील कुमार को इसकी जांच के आदेश दिए थे. जांच में पाया गया था की बस ओवर लोडिंग के कारण दुर्घटना ग्रस्त हुई थी.

सोमवार सुबह 8 बजे हुई घटना

जिला मजिस्ट्रेट आलोक कुमार पांडे ने बताया कि दुर्घटना सुबह करीब 8 बजे हुई. उन्होंने बताया कि बस अपने गंतव्य रामनगर से 35 किलोमीटर पहले अल्मोड़ा के मरचूला क्षेत्र में 200 मीटर गहरी खाई में गिर गई. इलाके से प्राप्त दृश्य दुर्घटना की भयावहता को दर्शाते हैं. वाहन जंगल से घिरे, चट्टानी ढलान से लुढ़कते हुए एक नाले के पास रुक गया और पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. बस में सवार यात्रियों को निकालने के लिए 5 घंटे तक रेस्क्यू अभियान चलाया गया.

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43 सीटों वाली बस में सवार थे 63 लोग

बताया जाता है कि दुर्घटना के समय 43 सीटों वाली बस में 63 लोग सवार थे. उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने भी क्षमता से अधिक लोगों के सवार होने की संभावना से इनकार नहीं किया और कहा कि ऐसी घटनाओं में अक्सर ऐसा होता है. हालांकि, उन्होंने कहा कि दुर्घटना का सही कारण मजिस्ट्रेट जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा.
 

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