Advertisement

जोशीमठ संकट के बीच बद्रीनाथ हाईवे पर भी दो मीटर चौड़ी दरारों से दहशत में लोग

जोशीमठ को बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब का मुख्य द्वार माना जाता है. यहां अक्टूबर 2021 से मकानों में दरारें आने का सिलसिला शुरू हुआ था. लेकिन पिछले साल दिसंबर के बाद स्थिति काफी तेजी से बिगड़ी. अब तक यहां 863 घरों में दरारें आ चुकी हैं. जोशीमठ में कुल 4500 घर हैं. इनमें से 181 इमारतों को असुरक्षित घोषित किया गया है. जोशीमठ में लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है. अब तक 275 परिवारों को अस्थाई तौर पर शिफ्ट किया जा चुका है.

जोशीमठ में भूधंसाव के चलते घरों के साथ साथ सड़कों पर भी पड़ी दरारें (फाइल फोटो- PTI) जोशीमठ में भूधंसाव के चलते घरों के साथ साथ सड़कों पर भी पड़ी दरारें (फाइल फोटो- PTI)
aajtak.in
  • जोशीमठ,
  • 23 जनवरी 2023,
  • अपडेटेड 1:18 PM IST

जोशीमठ में भू धंसाव के चलते अब तक 850 से ज्यादा घरों में दरारें पड़ गई हैं. जोशीमठ में संकट के बीच अब बद्रीनाथ हाईवे पर भी 1-2 मीटर तक दरारें आ गई हैं. इन दरारों ने स्थानीय लोगों की चिंता को और बढ़ा दिया है. हालांकि, प्रशासन का कहना है कि ये दरारें चिंता की बात नहीं है. बद्रीनाथ में यात्रा शुरू होने से पहले इन्हें ठीक कर दिया जाएगा. बद्रीनाथ में मई में यात्रा शुरू होती है. 

Advertisement

जोशीमठ को बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब का मुख्य द्वार माना जाता है. यहां अक्टूबर 2021 से मकानों में दरारें आने का सिलसिला शुरू हुआ था. लेकिन पिछले साल दिसंबर के बाद स्थिति काफी तेजी से बिगड़ी. अब तक यहां 863 घरों में दरारें आ चुकी हैं. जोशीमठ में कुल 4500 घर हैं. इनमें से 181 इमारतों को असुरक्षित घोषित किया गया है. जोशीमठ में लोगों को सुरक्षित स्थान पर शिफ्ट किया जा रहा है. अब तक 275 परिवारों को अस्थाई तौर पर शिफ्ट किया जा चुका है. 

हाईवे पर दरारें चिंता की बात नहीं- चमोली डीएम

हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, जोशीमठ में बद्रीनाथ हाईवे पर आईं दरारों को लेकर चमोली डीएम हिमांशु खुराना ने कहा, हाईवे पर छोटी दरारें हैं, लेकिन यह चिंता की बात नहीं है. उन्होंने यह बात सेंट्रल बिल्डिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट के हवाले से कही. हालांकि, स्थानीय लोगों का कहना है कि हाईवे पर अलग अलग जगहों पर दरारें नजर आ रही हैं. ये दरारें अलकनंदा नदी पर बने मारवाड़ी पुल पर आई हैं. ऐसे में सरकार को इन्हें जल्द से जल्द ठीक कराना चाहिए.  

Advertisement

उधर, स्टेट डिजास्टर मैनेजमेंट के सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने कहा कि प्रशासन हाईवे पर धंसाव की घटना पर नजर बनाए हुए है और श्रद्धालुओं के लिए यात्रा शुरू होने से पहले इसे ठीक कर दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि संबंधित एजेंसियों को मरम्मत के लिए आदेश जारी कर दिया गया है. इसे चार धाम यात्रा से पहले ठीक कर दिया जाएगा. बद्रीनाथ की यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु जोशीमठ में रुकते हैं. ऐसे में प्रशासन अब यहां रुकने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कम करने पर भी विचार कर रहा है. ताकि जोशीमठ संकट का असर लोगों की यात्रा पर न पड़े. 

उधर, जोशीमठ में रेस्क्यू का काम जारी है. लोगों को अस्थाई राहत शिविरों में शिफ्ट किया जा रहा है. अब तक 242 परिवारों को 3.62 करोड़ रुपए की अग्रिम राहत राशि दी जा चुकी है. 274 परिवारों को सुरक्षित जगहों पर शिफ्ट किया जा चुका है. इन परिवारों में 921 लोग हैं. जोशीमठ के गांधीनगर में 1 वार्ड, सिंहधर में 2, मनोहरबाघ में 5, सुनील में 7 वार्ड असुरक्षित जोन घोषित किया गया है. 

 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement