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कोरोना में छूटी नौकरी, साढ़े तीन लाख का लोन लेकर गांव में शुरू किया ये बिजनेस, लोगों को दे रहे रोजगार

उत्तराखंड के बागेश्वर के रहने वाले दिनेश एक आईटी कंपनी में नौकरी करते थे. कोरोना काल में नौकरी छूट गई तो दिनेश को गांव लौटना पड़ा. गांव लौटकर दिनेश के सामने परिवार का खर्च चलाने की समस्या खड़ी हुई तो उन्होंने सरकारी योजना के तहत लोन लेकर बिजनेस शुरू कर दिया. आज दिनेश गांव के कई लोगों को रोजगार दे रहे हैं.

साढ़े तीन लाख का लोन लेकर गांव में शुरू किया बिजनेस. (Photo: Aajtak) साढ़े तीन लाख का लोन लेकर गांव में शुरू किया बिजनेस. (Photo: Aajtak)
जगदीश पाण्डेय
  • बागेश्वर,
  • 10 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:24 AM IST

Uttarakhand News: दुनिया में कोई भी काम असंभव नहीं, बस हौंसले और मेहनत की जरूरत होती है. बागेश्वर के अयारतोली गांव के रहने वाले दिनेश चंदोला ने ऐसी ही मिसाल कायम की है. उन्होंने दिल्ली में 10 साल तक आईटी सेक्टर में जॉब किया. कोरोना के समय नौकरी छोड़कर घर आना पड़ा. दिनेश ने घर पर रहकर ही खुद का बिजनेस शुरू करने के आइडिया पर काम किया. 

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उन्होंने मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना का लाभ लेकर अगरबत्ती बनाने का काम शुरू कर दिया. शुरुआत में उनके पास संसाधनों की काफी कमी थी, मगर हिम्मत नहीं हारी और अपने काम को बढ़ाते रहे. धीरे-धीरे उनकी मेहनत रंग लाई और आज दूसरों को भी रोजगार दे रहे हैं.

'नौकरी गई तो सोचा अब कैसे चलेगा घर का खर्च'

बागेश्वर के गरुड़ विकास खंड के अयारतोली गांव निवासी दिनेश चंदोला बताते हैं कि जब कोरोना की वजह से नौकरी छूट जाने के बाद गांव आए, तब सामने बहुत बड़ी चुनौती थी कि घर का खर्च कैसे चलेगा. उसी दौरान हिम्मत जुटाकर मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से साढ़े तीन लाख का लोन लिया और अगरबत्ती बनाने की मशीन लगाई. 

शुरुआत में आईं कई समस्याएं, लेकिन नहीं हारी हिम्मत

दिनेश बताते हैं कि शुरुआत में तमाम समस्याएं आईं, लेकिन हिम्मत नहीं हारी. दिनरात की मेहनत के बाद सुखद परिणाम आने लगे. आज गांव के कई लोगों को काम दे रहे हैं. दिनेश इस कारोबार को बढ़ा रहे हैं. अब वे अलग-अलग फूलों का अर्क निकालकर नई-नई प्रकार की धूपबत्ती और अगरबत्ती बना रहे हैं. धीरे-धीरे दिनेश की आमदनी भी बढ़ रही है.

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