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उत्तराखंड के हरिद्वार में होने वाली धर्म संसद (Haridwar Dharma sansad) पर सरकार ने रोक लगा दी है. इसके साथ ही पूरे इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है. यह धर्म संसद हरिद्वार जिले के रुड़की के जलालपुर में 27 अप्रैल को होनी थी. 27 अप्रैल को होने वाली इस धर्म संसद पर आज ही सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने उत्तराखंड सरकार को फटकार लगाई थी.
देश की शीर्ष अदालत ने उत्तराखंड सरकार को चेताते हुए कहा कि भड़काऊ भाषण पर लगाम नहीं लगी, तो वरिष्ठ अफसरों को इसके लिए जिम्मेदार माना जाएगा. सुप्रीम कोर्ट ने उत्तराखंड के मुख्य सचिव को एक हलफनामा दायर कर यह स्पष्ट करने के लिए भी कहा है कि कार्यक्रम में कुछ गलत होने से रोकने के लिए कदम उठाए गए हैं. इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार ने पूछा था कि ऐसे मामलों के लिए पहले आ चुके निर्देशों के पालन के लिए लिए क्या कदम उठाए गए है.
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, पिछले दिनों छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में गलत शब्द कहे थे. इतना ही नहीं कालीचरण महाराज ने धर्म संसद में नाथूराम गोडसे को बापू की हत्या के लिए सही ठहराया था.
कालीचरण महाराज ने कहा कि लोगों को धर्म की रक्षा के लिए एक कट्टर हिंदू नेता को सरकार का मुखिया चुनना चाहिए. उन्होंने कहा था कि इस्लाम का लक्ष्य राजनीति के माध्यम से राष्ट्र पर कब्जा करना है. हमारी आंखों के सामने उन्होंने 1947 में कब्जा कर लिया था. हालांकि, इस विवाद के बाद कालीचरण महाराज को अरेस्ट कर लिया गया था.