
हरिद्वार में बुधवार को एक वीडियो वायरल हुआ. इसको लेकर किए गए दावे ने लोगों के होश उड़ा दिए थे. हर की पौड़ी (Har Ki Pauri) पर मौजूद लोगों का कहना था कि एक मां ने अपने बेटे को गंगा में डुबाकर मार डाला. बच्चे की मौत मामले में अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. इससे पता चला है कि बच्चे की मौत पानी में डूबने से नहीं बल्कि एनीमिया से हुई.
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह का कहना है कि बुधवार को सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची थी. बच्चे को हॉस्पिटल लेकर जाया गया. वहां उसे मृत घोषित कर दिया गया था. मामले में पूछताछ करने पर पता चला कि बच्चे के साथ मौके पर उसकी मां, पिता और मौसी थी. इनके साथ एक ड्राइवर भी था.
ये भी पढ़ें- 'हरिद्वार में नहाने से ब्लड कैंसर ठीक हो जाएगा...', क्या अंधविश्वास के चक्कर में 5 साल के बच्चे की हुई मौत?
उससे भी पूछताछ की गई. तब पता चला कि बच्चा ब्लड कैंसर (Blood Cancer) और बोन कैंसर (Bone Cancer) से ग्रसित था. सर गंगाराम हॉस्पिटल में उसका इलाज चल रहा था. वहां डॉक्टर ने जवाब दे दिया था. इसके बाद परिवार यहां आया. उनको मानना था कि दर्शन और गंगा स्नान करने से हो सकता है कि बच्चा सही हो जाए.
'पहले ही हो चुकी थी बच्चे की मौत'
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्चे की मौत का कारण एनीमिया आया है. इससे यह क्लियर हो गया है कि मौत डूबने से नहीं हुई थी. बच्चे की पहले ही डेथ हो चुकी थी. तभी बॉडी में पानी नहीं गया. बच्चे की डेडबॉडी कल ही उसके माता-पिता को सौंप दी गई थी. अब इस मामले में कार्रवाई की कोई आवश्यकता नहीं है. फिर भी जांच की जा रही है. जो तथ्य सामने आएंगे, वो साझा किए जाएंगे.
ड्राइवर कुलदीप ने कही थी ये बात
इस मामले में ड्राइवर कुलदीप कुमार ने बुधवार को बताया था, सुबह करीब नौ बजे वो परिवार को दिल्ली से अपनी टैक्सी में लेकर हरिद्वार पहुंचा. जब वो लोग बच्चे को लेकर गाड़ी में बैठे, इस दौरान बच्चा बीमार दिखाई दे रहा था. परिवार ने उसे कंबल में लपेट रखा था. हरिद्वार तक उसकी तबीयत ज्यादा खराब होती दिखाई पड़ रही थी. परिजन उसकी तबीयत ज्यादा खराब होने, गंगा स्नान कराने और मेडिकल ट्रीटमेंट की बात कर रहे थे.