
उत्तराखंड (Uttarakhand) में भड़काऊ भाषण (Hate Speech) को लेकर वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी के खिलाफ FIR दर्ज की गई थी. उन्हें जितेंद्र नारायण त्यागी को गुरुवार को नारसन बॉर्डर से हरिद्वार आते हुए गिरफ्तार कर लिया गया था. हेट स्पीच मामले में जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी की जमानत सीजीएम न्यायालय ने निरस्त कर दी है.
बता दें कि हरिद्वार में धर्म संसद में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी और अन्य के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट कर इस मामले की जानकारी दी थी. दरअसल, आरोप है कि हरिद्वार में आयोजित धर्म संसद में धर्मविशेष के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की गई थी. इसे लेकर काफी विवाद मच गया था.
उत्तराखंड पुलिस ने ट्वीट कर कहा था कि सोशल मीडिया पर धर्म विशेष के खिलाफ भड़काऊ भाषण देकर नफरत फैलाने संबंधी वायरल हो रहे वीडियो पर संज्ञान लेते हुए वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी और अन्य के खिलाफ कोतवाली हरिद्वार में धारा 153A IPC के अंतर्गत केस दर्ज किया गया.
ओवैसी ने भी मामले में किया था ट्वीट
वहीं इस मामले को लेकर आईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने भी ट्वीट कर कहा था कि उन्होंने अपनी पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष को धर्म संसद में बयान देने वाले नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज कराने के लिए कहा. टीम ने रुड़की में भी मामला दर्ज कराने की कोशिश की, लेकिन नहीं हो पाया.
हेट स्पीच को लेकर वसीम रिजवी ने क्या कहा था
जितेंद्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी कह चुके हैं कि उनकी लड़ाई गांधीवादी विचारधारा या गांधी से नहीं है, बल्कि उन 'जिहादियों' से है जो उनको मारने की बात करते हैं. त्यागी ने कहा था कि वह किताब धार्मिक ग्रंथ नहीं हो सकती है, जो किसी को मारने का आदेश देती हो. उन्होंने यह भी कहा था कि अगर धर्म संसद में कही गई बात हेट स्पीच है तो क्या मदरसों और मस्जिदों से उस ग्रंथ को पढ़कर दूसरों को मारने का आदेश देने वाले भाषण हेट स्पीच नहीं हैं.