
उत्तराखंड के चमोली में 7 फरवरी को हुई त्रासदी के बाद लापता 204 लोगों में से अबतक 38 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है जबकि दो लोग टनल से सुरक्षित बाहर निकाले गए हैं. टनल में फंसे लोगों को बचाने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन अब भी जारी है. तपोवन में रिलिंग करने के लिए जो नई मशीन आई है उसकी बाहर टेस्टिंग कर अंदर भेज दिया गया है. तपोवन सुरंग के अदंर से लोगों को रेस्क्यू किए जाने का काम सातवें दिन भी जारी है. सुरंग के अंदर ड्रिलिंग का काम अभी भी किया जा रहा है
उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि कल यानी शुक्रवार को एसडीआरएफ की टीम ने रैणी में उस जगह का दौरा किया था, जहां 4200 मीटर की ऊंचाई पर ग्लेशियर टूटने की वजह से नई झील बन गई है. उन्होंने बताया कि यहां से लगातार पानी बह रहा है. राहत की बात यह है कि यह खतरे के बाहर है. उन्होंने कहा कि रैणी में हैलीपैड बनाने के लिए भी एसडीआरएफ ने जगह तलाश ली है.
136 मीटर तक खुदाई
चमोली की जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने कहा कि एनटीपीसी टलन में खुदाई का काम 136 मीटर तक हो गया है. रैणी गांव में खुदाई के लिए मशीनें रखी गई हैं. कल एक शव बरामद किया गया था, लापता 204 लोगों में से 38 लोगों के शव बरामद किए गए हैं जबकि 2 लोगों को जिंदा बचाया गया है. राहत कार्य अब भी जारी है.
यूपी के लापता लोगों की अपडेट
उत्तराखंड की आपदा में लापता हुये यूपी के 92 लोगों में से 23 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है. अभी 64 लोगों की तलाश जारी है और पांच लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है. आपदा में गायब लोगों में 30 लोग लखीमपुर खीरी से 10 सहारनपुर से, 5 श्रावस्ती से , गोरखपुर से 4, रायबरेली और कुशीनगर से 2-2 लोग शामिल हैं, इसके अलावा प्रदेश के कई जिलों से 1-1 लोग गायब हैं. यूपी के राहत आयुक्त संजय गोयल के निर्देशन में कई टीमें गायब लोगों को तलाशने और घर तक पहुँचाने का काम कर रहीं हैं.
हरिद्वार तक बढ़ाया गया सर्च अभियान
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि छोटे टनल में जमा मलबे को हटाने के लिए NTPC भी खुदाई कर रहा है.मैथाना में एक बॉडी मिलने के बाद से हमने सर्च ऑपरेशन हरिद्वार तक बढ़ा दिया है. बचाव कार्य जारी है.सभी मोर्चों पर मदद के लिए प्रयास जारी है. कनेक्टिविटी फिर से बहाल हो गई है. बैली ब्रिज पर बीआरओ ने काम शुरू कर दिया है. एसडीआरएफ और आईटीबीपी के राहत कैंप लगाए गए हैं. जिला प्रशासन भी लोगों का ख्याल रख रहा है. लापता लोगों की तलाश जारी है.
रेस्क्यू में जुटे 600 से अधिक जवान
चमोली में ग्लेशियर टूटने से आई तबाही के बाद बचाव कार्य तेजी से जारी है. नदियों के जलस्तर बढ़ने और टनल में कीचड़ भरने से रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आ रही है. सुरंग कीचड़ से भरी हुई है, ऐसे में अंदर जाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. रेस्क्यू टीमों में 600 से ज्यादा लोग लगातार मलबा निकालने में जुटे हुए हैं.